बदायूं में गंगा में 31 सेमी बढ़ा जलस्तर, छह गांव बाढ़ से घिरे

पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते हरिद्वार से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कछला में मीटर गेज 162.05 मीटर से बढ़कर 162.69 मीटर तक पहुंच गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में बेचैनी है। उसहैत के छह गांव पानी से घिर गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 01:27 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 01:27 AM (IST)
बदायूं में गंगा में 31 सेमी बढ़ा जलस्तर, छह गांव बाढ़ से घिरे
बदायूं में गंगा में 31 सेमी बढ़ा जलस्तर, छह गांव बाढ़ से घिरे

बदायूं, जेएनएन : पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते हरिद्वार से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कछला में मीटर गेज 162.05 मीटर से बढ़कर 162.69 मीटर तक पहुंच गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में बेचैनी है। उसहैत के छह गांव पानी से घिर गए हैं। गनीमत है अभी गांव में पानी नहीं पहुंचा है। पानी का बहाव तेज होने से बांध के कटान का खतरा मंडराने लगा है। उधर, रामगंगा भी उफान पर है। हजरतपुर-गढि़या रंगीन मार्ग पर पानी भर जाने से आवागमन ठप हो गया है। सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई हैं।

गंगा में दो दिन से जलस्तर बढ़ा हुआ है। गुरुवार को भी बहाव में तेजी रही और मीटरगेज कल तक जो 162.40 था। वह बढ़कर 162.71 मीटर तक पहुंच गया। पिछले दिनों गंगा में जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के खेत जलमग्न हो गए थे। उसहैत क्षेत्र में बांध के भीतर बसे कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए थे। नदी में पानी बढ़ने से हालात फिर उसी तरह के उत्पन्न हो गए हैं। खेतों में पानी पहुंच चुका है। गनीमत है कि किसी गांव में अभी तक बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर सिंह ने सहसवान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र परशुराम नगला, धापड, खागी नंगला, बीरसहाय नगला, बसौलिया में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने समाजसेवी प्रतीष गुप्ता के साथ बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का भी वितरण किया। एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ितों को जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराते रहें। स्वास्थ्य एवं पशु विभाग की टीम को गांव-गांव में पहुंच कर सक्रिय रहकर कार्य करें। नाव के सहारे कर रहे आवागमन

संसू, उसहैत : गंगा में बाढ़ आने से क्षेत्र के अहमद नगर बछौरा, जटा, प्रेमी नगला, कमलैया नगला, किशनी गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। हालांकि अभी तक किसी गांव में पानी नहीं पहुंचा है, लेकिन बांध के भीतर बसे इन गांवों के लोगों को नाव के सहारे अपनी जरूरतें पूरी करनी पड़ रही है। नदी में जलस्तर अभी बढ़ रहा है। राजस्व विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। रामगंगा में उफान, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

संस, दातागंज : गंगा के साथ रामगंगा में भी उफान है। हजरतपुर-गढि़या मार्ग को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया। हजरतपुर से गढि़या रंगीन मार्ग बंद हो गया। सैकड़ों एकड़ रकबा में फसलें जलमग्न हो गई हैं। पानी भर जाने से सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है, आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। तहसील क्षेत्र के कई इलाकों में बाढ़ के पानी से जूझ रहे ग्रामीण भी परेशानी में पड़ गए। हजरतपुर पुल और हर्रामपुर गांव के बीच में सड़क पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब गई है। रामगंगा पर हजरतपुर के पास पुल बनने से शाहजहांपुर की दूरी 60-70 किमी कम हो गई है, लेकिन इस समय बाढ़ की वजह से यह रोड बंद हो गया है। शाहजहांपुर जाने वाले भारी वाहन हजरतपुर में खड़े कर दिए गए हैं। बाढ़ से हर रामपुर, नवादा, लालपुर खादर को कुरा मजरा मौजमपुर आदि पानी भर जाने से गांव का रास्ता बंद हो गया है। नवादा पर बनी पुलिया भी बाढ़ के पानी में बह गई। वर्जन ::

गंगा और रामगंगा दोनों नदियों में पानी बढ़ा हुआ है। पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। राजस्व विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त

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