चाचा की हत्या का था गवाह, मांगने के बावजूद नहीं मिली थी सुरक्षा

जागरण संवाददाता गोसाई की बाजार (आजमगढ़) गंभीरपुर थाना क्षेत्र के अमौड़ा गांव में निवर्तमा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 11:11 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 11:11 PM (IST)
चाचा की हत्या का था गवाह, मांगने के बावजूद नहीं मिली थी सुरक्षा
चाचा की हत्या का था गवाह, मांगने के बावजूद नहीं मिली थी सुरक्षा

जागरण संवाददाता, गोसाई की बाजार (आजमगढ़) : गंभीरपुर थाना क्षेत्र के अमौड़ा गांव में निवर्तमान प्रधान के पति की हत्या को लेकर ग्रामीणों में पुलिस व प्रशासन के प्रति आक्रोश है। मृत प्रधानपति मनीष राय अपने चाचा की हत्या के मुकदमे का वादी के साथ ही प्रमुख गवाह भी थे। उन्होंने अपने उपर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन उसके बावजूद प्रशासन ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। ग्रामीणों ने मनीष की हत्या के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।

मनीष राय पुत्र सुरेंद्र राय की पत्नी अर्चना राय गांव की निर्वतमान प्रधान हैं। उनके चाचा उमाशंकर राय की 28 मई 2018 गांव के कुम्हार बस्ती के समीप गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वारदात में मनीष राय ने गांव के ही निवासी बेचू राय, चंदन राय व कृष्णा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। हत्या का कारण खड़ंजा के निर्माण को लेकर चल रहा विवाद सामने आया था। चाचा की हत्या के मुकदमे की मनीष पैरवीकार संग गवाह भी थे। उमाशंकर राय हत्याकांड में कृष्णा एक वर्ष पूर्व जमानत पर रिहा हुआ है। जबकि चंदन राय दो माह पूर्व जेल गया है। मनीष के भाई अमरीश व अवनीश का कहना है कि हत्यारोपितों की ओर से मनीष को बराबर धमकी मिल रही थी।

मुख्य आरोपित बेचू राय का पोखरे पर बना मकान जमींदोज

दूसरी ओर अमौड़ा गांव में प्रधानपति की हुई हत्या की घटना को पुलिस व प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। तहसील पर आयोजित समाधान दिवस के बाद एसपी सुधीर कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन नरेंद्र कुमार, एसडीएम मेंहनगर प्रियंका प्रियदर्शनी भारी फोर्स के साथ अमौड़ा गांव पहुंच हत्याकांड के मुख्य आरोपित गुरु प्रसाद राय उर्फ बेचू राय की ग्राम समाज के पोखरे की भूमि पर बने मकान को जेसीबी लगाकर जमींदोज करा दिया।

chat bot
आपका साथी