संक्रमण कम होते ही बढ़े भवन निर्माण सामग्री के दाम

- मध्यम वर्ग पर संकट कई लोगों ने छोड़ा निर्माण का इरादा - ग्राहकों की संख्या कम होने से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 06:23 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 06:23 PM (IST)
संक्रमण कम होते ही बढ़े भवन निर्माण सामग्री के दाम
संक्रमण कम होते ही बढ़े भवन निर्माण सामग्री के दाम

- मध्यम वर्ग पर संकट, कई लोगों ने छोड़ा निर्माण का इरादा

- ग्राहकों की संख्या कम होने से दुकानदार भी परेशान, बिक्री घटी

जागरण संवाददाता, अमिलो (आजमगढ़): कोरोना संक्रमण कम होने के साथ उन लोगों की समस्या भी बढ़ गई जिन्होंने मकान बनाने का सपना देखा था। भवन निर्माण सामग्री के दाम बढ़ने से मध्यम वर्ग के लोगों ने फिलहाल मकान बनाने का इरादा छोड़ दिया है।वह दाम कम होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्राहकों की संख्या कम होने से दुकानदार भी परेशान हैं, क्योंकि लाकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें अच्छी बिक्री की उम्मीद थी।

महंगाई की मार के चलते आम आदमी के लिए मकान बनवाना आसान नहीं रह गया है। सफेद बालू, लाल बालू, सीमेंट व सरिया का दाम काफी बढ़ गया है। मार्च में कोरोना की दूसरी लहर के शुरुआती दौर में दोबारा लाकडाउन लगा दिया गया।उस समय 22 से 24 सौ रुपये प्रति 100 वर्ग फीट बालू का रेट था, जो बढ़कर वर्तमान में 3500 रुपये हो गया है।लाल बालू का दाम लाकडाउन के दौरान छह हजार रुपये से बढ़कर 13 हजार रुपये प्रति 100 वर्ग फीट हो गया है। सीमेंट 350 रुपये प्रति बोरी से बढ़कर 400 रुपये हो गया, तो सरिया 4200 रुपये से बढ़कर 5500 से लेकर 6000 रुपये प्रति क्विटल बिक रही है। गिट्टी सात हजार से नौ हजार रुपये 100 वर्ग फीट हो गई है।

इस प्रकार मकान बनवाने का सामान आज आसमान छू रहा है। बता दें कि ट्रैक्टर ट्राली का आकार घटा कर 90 वर्ग फीट कर देने से ग्राहकों पर दोहरी मार पड़ रही है।

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अब तो सपने से ज्यादा नहीं रहा अपना मकान

अमिलो : भवन निर्माण सामग्री का दाम बढ़ने के कारण फिलहाल अपना मकान सपने से ज्यादा नहीं रहा।चिवटही गांव के राम अवध चौहान ने कहा कि बेतहाशा महंगाई से विचलित हैं।पहले से कारोबार बंद होने से परेशान थे, अब महंगाई ने कदम रोक दिए। सराय मुबारक के मोहम्मद अजमल का कहना है कि मध्य वर्ग के लोगों की समस्या पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। रसूलपुर ब्योहरा के लक्ष्मीकांत ने कहा अब तो आम आदमी के लिए मकान बनाना मुश्किल हो गया है। भटौरा के प्रेमचंद गौतम ने कहा कि हमने तो फिलहाल भवन निर्माण का निर्णय स्थगित कर दिया है।

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