रावण ने ब्रह्माजी से मांगा अमरत्व का वरदान
जागरण संवाददाता जहानागंज (आजमगढ़) क्षेत्र के बरहतिर जगदीशपुर गांव की ऐतिहासिक रामली
जागरण संवाददाता, जहानागंज (आजमगढ़) : क्षेत्र के बरहतिर जगदीशपुर गांव की ऐतिहासिक रामलीला में शुक्रवार की रात रावण जन्म एवं ब्रह्मा जी से वरदान मांगने का मंचन किया गया। रावण ने अपने भाई कुंभकरण और विभीषण के साथ तपस्या की। इससे प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने रावण से वर मांगने को कहा। रावण ने अमरत्व का वरदान मांगा। जब रावण ने भाइयों से वरदान के बारे में पूछा तो कुंभकरण ने छह महीने सोने और एक रात जागने की बात बताई गई, तो रावण भड़क उठा। विभीषण ने वरदान में श्रीराम के चरणों की सेवा की बात कही तो रावण आग बबूला हो गया। इसके बाद रावण ने अपनी सेनाओं के साथ ऋषि-मुनियों पर घोर अत्याचार करते हुए कर के बदले उनका खून वसूलना शुरू कर दिया। रावण का अत्याचार देखकर पृथ्वी घबरा गई और वह ब्रह्माजी के पास पहुंची। कहा हे प्रभु! रावण के अत्याचार और पापों को अब मैं सहन नहीं कर पा रही हूं। कृपया मुक्ति का कोई उपाय बताएं। इस पर ब्रह्माजी ने कहा कि हम सभी लोगों को मिलकर भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए। वही कोई न कोई मार्ग निकालेंगे। तभी आकाशवाणी होती है कि हे ब्रह्मदेव घबराओ मत मैं जल्द ही प्रकट होकर दुख दूर कर दूंगा। इससे लोगों के मन में शांति हुई। रावण की भूमिका में आलोक राय, विभीषण विनोद राय और कुंभकरण की भूमिका में सूरज राय ने शानदार अभिनय किया। हरिलाल मिश्र उर्फ नान्हू बाबा, जवाहिर राय, राहुल राय, चंदन राय, संजय सिंह, कमेटी अध्यक्ष पंकज पांडेय, सौरभ राय, आशुतोष राय, विपुल राय, गणेश राय आदि मौजूद रहे।