गेहूं खरीद की प्रगति खराब, कार्रवाई की होगी संस्तुति
आजमगढ़ डीएम राजेश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में वर्ष 2020-21 के अंतर्गत गेहूं खरीद के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। खराब प्रगति पाए जाने पर एकआर कोआपरेटिव व डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिए कि किसानों से व्यक्तिगत संपर्क कर उनको विश्वास दिलाएं कि गेहूं खरीद के तीन दिन के अंदर भुगतान कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : डीएम राजेश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में वर्ष 2020-21 के अंतर्गत गेहूं खरीद के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। खराब प्रगति पाए जाने पर एआर कोआपरेटिव व डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिए कि किसानों से व्यक्तिगत संपर्क कर उनको विश्वास दिलाएं कि गेहूं खरीद के तीन दिन के अंदर भुगतान कर दिया जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि बड़े किसानों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर गेहूं खरीद करना सुनिश्चित करें। कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष गेहूं क्रय करना सुनिश्चित करें, अन्यथा कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध शासन को संस्तुति की जाएगी। डिप्टी आरएमओ द्वारा बताया गया कि खाद्य विभाग द्वारा 26000 एमटी के सापेक्ष 11857.45 एमटी, पीसीएफ द्वारा 30000 एमटी के सापेक्ष 12614.35 एमटी, यूपी एग्रो द्वारा 4500 एमटी के सापेक्ष 705.15 एमटी, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 4000 एमटी के सापेक्ष 1459.35 एमटी गेहूं खरीद की गई, जो लक्ष्य के सापेक्ष बहुत ही कम है। डीएम ने डिप्टी आरएमओ व पीसीएफ के प्रबंधक को निर्देश दिए कि जिन राइस मिलों से सीएमआर (कस्टम मील राइस) प्राप्त नहीं हुआ है। उसे तीन दिन में प्राप्त करना सुनिश्चित करें, नही तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। केंद्र के प्रभारियों को निर्देश दिया कि जहां पर अभी तक शून्य गेहूं की खरीद की गई है। ऐसे क्रय केंद्र यदि बंद पाए गए तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। एडीएम एफआर गुरु प्रसाद गुप्ता, डिप्टी आरएमओ आरपी पटेल थे।