थमा सरयू का जलस्तर, फिर भी कई जगहों पर कटान
-दर्जनों गांव पानी से घिरे मार्ग जलमग्न नाव का सहारा -मशक्कत के बाद ग्रामीण रिग बंधे के रि
-दर्जनों गांव पानी से घिरे, मार्ग जलमग्न, नाव का सहारा
-मशक्कत के बाद ग्रामीण रिग बंधे के रिसाव को रोक पाए
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): पिछले कई दिनों से उफना रही सरयू रविवार को शांत पड़ती नजर आई। नदी का जलस्तर घटने के साथ सोमवार को स्थिर हो गया। नदी के उतार-चढ़ाव के बीच देवारा क्षेत्र के लोगों की दुश्वारियां घटने का नाम नहीं ले रही है। समस्याएं जस की तस मुंह बाए खड़ी हैं। महुला-गढ़वल बांध के उत्तर स्थित दर्जनों गांव पानी से चौतरफा घिर गए हैं। इनके जाने आने के मार्गों पर पानी भर गया है। प्रभारी तहसीलदार विनय प्रभाकर ने कहा कि प्रभावित गांवों में नाव तैनात कर दी गई है। आवश्यकतानुसार ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जाएंगी। क्षेत्राधिकारी सगड़ी महेंद्र शुक्ला ने रौनापार थाने में बैठक कर देवारा वासियों को बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करने के लिए रणनीति बनाई। जितेंद्र कुमार सिंह को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हमेशा पुलिस की टीम गश्त करती रहेगी। जनपद के उत्तर दिशा में प्रवाहित घाघरा नदी का जलस्तर रविवार आंशिक रूप से कम हुआ और बदरहुआ नाले पर एक सेंटीमीटर खटका 71.67 सेमी पर पहुंच गया। वहीं चक्की, हाजीपुर, देवारा खास राजा, का दो पुरवा, सुनौरा ग्राम सभा के दो पुरवा, औघड़गंज और सेमरी के तीन तीन पूरवा सहित लगभग 25 गांव की बस्तियां पानी से चौतरफा पानी घिरी हुई हैं। नदी मकान के इर्द-गिर्द जमीन कटने से लोग परेशान हैं। झगड़गंज में पिछले दो दिनों से रिग बांध कटने सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों ने 24 घंटे मशक्कत कर खुद मिट्टी, घास फूस तथा अन्य जतन कर रिसाव को बंद किया है।