बारिश के बाद भी नहीं गया धान की पत्तियों का पीलापन
जागरण संवाददाता बिलारमऊ (आजमगढ़) अवर्षण के समय धान की पत्तियां पीली पड़ने लगीं तो किसानों
जागरण संवाददाता, बिलारमऊ (आजमगढ़): अवर्षण के समय धान की पत्तियां पीली पड़ने लगीं तो किसानों ने इंद्रदेव से प्रार्थना की। भगवान ने सुनी तो ठीक से बारिश हो गई, लेकिन धान की पत्तियों का पीलापन नहीं गया। पत्तियां सूखने से किसानों की चिता बढ़ गई है।किसानों के अनुसार इसे चरका रोक कहते हैं।
आसपास के कई गांवों में यही स्थित है।किसानों का कहना है कि अब तक ऐसा नहीं देखा गया था। रोग लगा भी तो बारिश के बाद ठीक हो जाता था। अबकी पत्तियों के रंग में कोई बदलाव नहीं हो सका।अभी तक धान में बाली भी नहीं आई है।क्षेत्र के खानजहांपुर, बिलारमऊ, सैदपुर, सजई, बुटकिया, शेरजहापुर आदि गांवों के किसान धान में रोग लगने से परेशान हैं। हरिराम, लालता, महात्म, संजय, निक्कू, अनिल, साहेब राम आदि किसानों ने बताया कि चरका रोग में पहले पत्तियां पीली होती हैं और उसके बाद सफेद होकर सूखने लगती हैं।अब तो समझ में नहीं आ रहा कि फसल को बचाने के लिए क्या करें।