उत्साह नहीं था कम, पर आंखें दिखीं नम

-विदाई के पल -पुरानी सब्जीमंडी की दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में महिलाएं भी हुईं शामिल -आगे घ्

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:28 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:28 PM (IST)
उत्साह नहीं था कम, पर आंखें दिखीं नम
उत्साह नहीं था कम, पर आंखें दिखीं नम

-विदाई के पल ::::

-पुरानी सब्जीमंडी की दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में महिलाएं भी हुईं शामिल

-आगे घुड़सवार, पीछे बैंड पार्टी और महिलाएं कर रही थीं डांडिया

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : शायद जिले में ही ऐसा होता है कि विजय दशमी के बाद कई दिनों तक त्योहार का माहौल दिखता है। दशहरा की रात भले ही अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन हो गया हो, लेकिन वह क्रम तीसरे दिन भी बना रहा। शहर की ऐसी प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा अब तक नहीं दिखी थी जिसमें शामिल लोगों के उत्साह में कमी हो, साथ ही यात्रा को देखने वालों की आंखें नम न हुई हों।

पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में स्थापित की गई प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा शहरवासियों के लिए यादगार बन गई। कहीं कोई हुड़दंग नहीं। आगे घुड़सवार तो उसके बाद बैंड पार्टी और नारी शक्ति का डांडिया नृत्य तो मन मोह ही रहा था। साथ में पालकी में सवार माता रानी की विदाई देख हर आंखें नम दिखीं।देवी प्रतिमाएं रविवार की सुबह पुष्प माला से सजे ट्रैक्टर-ट्राली पर आदरपूर्वक रखी गईं। आयोजन समिति द्वारा जारी किए गए ड्रेस कोड के अनुसार धारण किए गए परिधान में पुरुषों व महिलाओं को देख हर कोई कह रहा था कि वाकई यह धार्मिक कार्यक्रम लग रहा है। समिति के कार्यकर्ता पालकी में सवार माता रानी को कंधे पर रखकर चल रहे थे। इस भव्य विसर्जन यात्रा को देख मानो इंद्रदेव भी स्वयं को रोक नहीं सके। बारिश के बावजूद यात्रा में शामिल लोगों का मनोबल चरम पर नजर आया। नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए सिधारी क्षेत्र में प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए विसर्जन स्थल पर देवी प्रतिमाओं को विधि विधान से आदर पूर्वक विसर्जित किया गया।इस दौरान सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए थे।

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