बरकरार रहेगा वैक्सीन का पॉवर, सरकार ने दिए 26 फ्रीजर

जागरण संवाददाता बलरामपुर (आजमगढ़) वैक्सीन के बेड़े की बढ़ती संख्या के बीच सरकार ने जि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 04:57 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 04:57 PM (IST)
बरकरार रहेगा वैक्सीन का पॉवर, सरकार ने दिए 26 फ्रीजर
बरकरार रहेगा वैक्सीन का पॉवर, सरकार ने दिए 26 फ्रीजर

जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़): वैक्सीन के बेड़े की बढ़ती संख्या के बीच सरकार ने जिले को 26 नए फ्रीजर दिए हैं। मंडलीय अस्पताल से लेकर ब्लाकों तक में फ्रीजर होन से वैक्सीन के पावर बरकरार रहेंगे। पहले से कई तरह के वैक्सीनों के बीच कोविशील्ड के आने से रखरखाव को लेकर चुनौतियां बढ़ी थीं। ऐसे में वैक्सीन को सुरक्षित रखने के सशक्त साधनों में एक फ्रीजर की एक साथ बड़ी खेप मिलने को सरकार की गंभीरता एवं भविष्य के प्लान से जोड़कर देखा जा रहा है।

----------------- यूं ब्लाकों में मजबूत होगी सुरक्षा चेन

सरकार ने 26 फ्रीजर स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं। इसमें 20 डीप फ्रीजर व छह आइएलआर (आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर) हैं। दरअसल, डीप फ्रीजर पीएचसी-एचसी में रखे जाते हैं। इसकी खासियत यह है कि 24 में आठ घंटे बिजली की आपूर्ति बाधित रहने पर भी तापमान दो से आठ डिग्री सेंटीग्रेड तक मेंटेन रखता है। टैंपरेचर मेंटेन रहने से वैक्सीन की पावर बरकरार रहती है। जबकि आइएलआर वैक्सीन सुरक्षित रखने के लिए विशेष रूप से उपयोग में लाया जाता है। चूंकि विभिन्न तरह के चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रमों में आए दिन वैक्सीन भेजे जाते हैं, ऐसे में ब्लाक स्तर पर डीप-फ्रीजर रहने से वैक्सीन के पावर में किसी तरह की कमी नहीं आएगी। ------------------

इन वैक्सीन को चाहिए कोल्ड चेन विभिन्न बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए टीकाकरण जरूरी है। ऐसे में सरकार ने डीपीटी (डिप्थीरिया), बीसीजी (तपेदिक), पोलियो, हेपेटाइटिस-बी, कोरोना वैक्सीन इत्यादि लगाए जा रहे हैं। टीकाकरण के दिन वैक्सीन को कस्बाई क्षेत्रों एवं गांवों में ले जाया जाता है। ऐसे में सरकार की नई व्यवस्था मील का पत्थर साबित होगा।

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वर्जन

'फ्रीजर के लिए शासन से डिमांड किया गया था। ब्लाकों में वैक्सीन इत्यादि रखने में परेशानी होती थी। डिमांड के क्रम में हमें 20 डीप-फ्रीजर और छह आइएलआर मिले हैं। इससे ब्लाकों तक में हमारी वैक्सीन चेन को मजबूती मिलेगी। हाल के दिनों में बढ़ी जरूरतों के क्रम में संसाधनों की उपलब्धता हमें बेहतर सेवाएं दे पाने में जरूर मददगार साबित होगी।' डा. संजय सिंह, नोडल अधिकारी।

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