पीड़ित महिलाओं का धरना जारी, आते-जाते रहे सियासी दलों के नेता
जागरण संवाददाता रौनापार (आजमगढ़) रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में पुलिसिया जुल्म का मामला बुधवार को भी सुर्खियों में रहा। पूरे दिन सियासी दलों के दिग्गज प्रतिनिधिमंडल के साथ गांव पहुंच मदद का भरोसा दिलाते रहे। एक ही राग अलापा कि अनुसूचित जाति के लोगों संग ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उधर पहले से धरनारत महिलाओं का आंदोलन पांचवें दिन भी बदस्तूर रहा। उनका कहना था कि उनकी अस्मिता की लड़ाई न्याय मिलने तक बदस्तूर रहेगी।
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में पुलिसिया जुल्म का मामला बुधवार को भी सुर्खियों में रहा। पूरे दिन सियासी दलों के दिग्गज प्रतिनिधिमंडल के साथ गांव पहुंच मदद का भरोसा दिलाते रहे। एक ही राग अलापा कि अनुसूचित जाति के लोगों संग ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उधर पहले से धरनारत महिलाओं का आंदोलन पांचवें दिन भी बदस्तूर रहा। उनका कहना था कि उनकी अस्मिता की लड़ाई न्याय मिलने तक बदस्तूर रहेगी। सियासी दलों ने कुछ इस तरह अपनी प्रतिक्रिया जताई। शर्मसार करने वाली है घटना : आरके चौधरी
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): पलिया गांव पहुंचे सपा के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने पीड़ित परिवारों से घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने कि यहां की घटना समाज को शर्मसार करने वाली है। समाजवादी पार्टी इस लड़ाई को सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगी। इसे विधानसभा में पहले ही दिन उठाया जाएगा। प्रदेश में जनता की आवाज को डंडे के बल पर दबाया जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पूरी घटना की जानकारी दी जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक कल्पनाथ पासवान, नफीस अहमद आदि थे।
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धरना नहीं हम न्याय दिलाने आए हैं : गया चरण
रौनापार : पलिया गांव पहुंचे बसपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे गया चरण ने पीड़ित परिवारों से मिलकर कहा कि हम यहां धरना नहीं, बल्कि न्याय दिलाने आए हैं।
कहा कि मामला सदन में उठाने के साथ दोषियों पर कार्रवाई तक हम लोग चुप नहीं बैठेंगे। प्रशासन को 24 घंटे में घटना की रिपोर्ट शासन को दे देनी चाहिए थी। जिस कप्तान और डीएम को अपने दायित्वों का बोध नहीं हो, उसे सेवा में रहने का हक नहीं है। यूपी में हमने ऐसी घटना अब तक नहीं देखी। दोषियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम होना चाहिए था। ऐसे लोक सेवकों बीएसपी लगाम लगाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ भी टिप्पणी की। घनश्याम चंद खरवार, सांसद संगीता आजाद, हरिश्चंद्र गौतम, विनोद, नीलम कुशवाहा, जिला अध्यक्ष अरविद कुमार, मदन राम, रमेश कुमार, अश्वनी आदि थे।
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एसपी के खिलाफ कांग्रेस ने शुरू किया आमरण अनशन
आजमगढ़ : पलिया गांव में कई दिनों तक धरना देने के बाद कांग्रेस ने अब एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कलेक्ट्रेट स्थित रिक्शा स्टैंड पर प्रदेश कांग्रेस के सचिव अनिल यादव के नेतृत्व में प्रदेश सचिव संतोष कुमार, शहर युवक कांग्रेस अध्यक्ष अमर बहादुर यादव, एनएसयूआइ के प्रदेश सचिव मंजीत यादव, एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष विशाल दुबे एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए। जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने कहाकि एसपी की जानकारी के बगैर कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। उन्होंने एसओ को लाइनहाजिर करके हमें संतुष्ट किया गया, लेकिन यह तो कोई दंड ही नहीं हुआ। हवलदार सिंह, मुन्नू यादव, नजम शमीम, मुन्नू मौर्य, सीमा भारती आदि उपस्थित रहे। लखनऊ तक लड़ेंगे पीड़ितों की लड़ाई: राजन
रौनापार : पासी सेना के अध्यक्ष राजन रावत ने हाथ उठवाकर लोगों से इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाने की कसम खिलाई। कहा कि पलिया गांव की लड़ाई अब केवल यहीं तक नहीं रहेगी, बल्कि लखनऊ में भी इस लड़ाई को हम लोग लड़ने की योजना बना चुके हैं।