ईट उद्योग विरोधी नीतियों के खिलाफ संचालकों ने फूंका बिगुल
-जीएसटी के बढ़े हुए कर को वापस लेने की उठाई मांग -सगड़ी के रजादेपुर की बैठक में ि
-जीएसटी के बढ़े हुए कर को वापस लेने की उठाई मांग
-सगड़ी के रजादेपुर की बैठक में विरोध की बनी रणनीति
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : सगड़ी तहसील के रजादेपुर स्थित अरशद खान के भट्ठे पर संचालक संघ सगड़ी की बैठक में सरकार की ईंट उद्योग विरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया गया। जीएसटी कर को वापस लेने, प्रदूषण के नाम पर मालिकों का किए जा रहे शोषण को रोकने की मांग की गई। सर्मसम्मति से कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित होने तक हड़ताल करने का निर्णय लिया गया।
संघ के जिला मंत्री रमाकांत सिंह ने कहा कि सरकार जानबूझकर भट्ठा संचालकों को परेशान कर रही है। मनमाने तरीके से जीएसटी कर को बढ़ा दिया है। इसका असर ईंट के दाम पर पड़ेगा। आम आदमी को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। पर्यावरण के नाम पर मनमाना शुल्क थोपा जा रहा है। भट्ठे को बंद करने का नोटिस दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भट्ठों पर कोयले की आपूर्ति भी रोक दी गई है। जब तक कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की जाती है तब तक सारे भट्ठा मालिक हड़ताल पर रहेंगे। जिलाध्यक्ष नसीम अहमद ने कहा कि सरकार के नए नियम किसी भी तरह से जनहित में नहीं है। इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। मनीष कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकार ने भट्ठा मालिकों के हित में रायल्टी में काफी सहूलियत दी है। उम्मीद है कि सरकार अन्य मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर जरूर मान लेगी। मुन्नू राय, राजेंद्र यादव, अखिलानंद सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।