आक्सीजन की कालाबाजारी में डॉक्टरों की खंगाली जा रही कुंडली
जागरण संवाददाता आजमगढ़ वैश्विक महामारी कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलकर आक्सीजन सिल
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: वैश्विक महामारी कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलकर आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने के प्रकरण में जांच तेज हो गई। डीएम राजेश कुमार ने प्रकरण की जांच के लिए एसडीएम सदर वागीश कुमार शुक्ला को जांच अधिकारी नामित किया है। जबकि कंधरापुर थाने में दर्ज मुकदमें के विवेचना की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर राजेश सिंह को सौंपी गई है। आक्सीजन की कालाबाजारी में शामिल मुख्य आरोपित रिजवान को जेल भेज दिया गया है। लेकिन काले बारोबार में शामिल जिन कतिपय निजी अस्पतालों के डाक्टरों ने मरीजों के नाम से पर्ची लिखकर रिजवान से आक्सीजन भरे सिलेंडर मंगवाए हैं, उनकी भी तलाश तेज हो गई है। सभी से बयान लिए जाएंगे।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एक वायरल हुए आडियो के आधार पर सात मई को कंधरापुर थाने की पुलिस ने देर शाम क्षेत्र के सिलनी नदी पुल के पास ग्राम मोर्चा मुजफ्फरपुर निवासी रिजवान अहमद गिरफ्तार किया था। इस दौरान अरोपित के दो मैजिक गाड़ी से कालाबाजारी के लिए रखे गए आक्सीजन के 52 बड़े (डी टाइप) और 16 छोटे(बी टाइप) सिलेंडर बरामद हुए थे। औषधि निरीक्षक अरविद कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। सहायक आयुक्त औषधि मनु शंकर ने बताया कि पूछताछ में आरोपित रिजवान ने शहर के अलावा फूलपुर, जीयनपुर, बिलरियागंज सहित आसपास के लगभग एक दर्जन निजी अस्पतालों के डाक्टरों के नाम बताए थे, जो मरीजों के नाम की पर्ची लिखकर उसके आक्सीजन भरा सिलेंडर मंगवाते थे। इन सभी से पूछताछ होनी है।
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आकस्मिक अवकाश के बाद अभी एक दिन पहले ही ड्यटी पर आया हूं। पूरे प्रकरण की जानकारी करने के बाद जल्द ही जांच प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
--वागीश कुमार शुक्ला, एसडीएम सदर।
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आक्सीजन सिलेंडर के कालाबाजारी प्रकरण में विवेचना अधिकारी नामित कर दिए गए हैं। उन सभी से बयान लिए जाएगा, जो इसमें शामिल होंगे। नाम सामने आने के बाद मुकदमें में दर्ज कर लिया जाएगा।
- दिनेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, कंधरापुर।