सिमटने लगा सरयू का प्रवाह, विद्यालयों के ताले खुले
- बाढ़ - नाव पर सवार होकर छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने को पहुंचे स्कूल - कई गांवों में
- बाढ़
- नाव पर सवार होकर छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने को पहुंचे स्कूल
- कई गांवों में अब भी फैला है पानी, दर्जनों मार्ग हुए क्षतिग्रस्त जागरण संवादाता, आजमगढ़ : सरयू नदी का प्रवाह सिमटने लगा है। जलस्तर कम होने का असर पठन-पाठन पर भी पड़ा है। गांवों तक में जा घुसे पानी के उतरने से बच्चों ने स्कूल की राह पकड़ ली। बंद पड़े कई स्कूल भी खुलने लगे हैं। दरअसल, पानी से घिरे देवारा क्षेत्र के करीब 21 विद्यालयों को बाढ़ के कारण बंद करना पड़ गया था। घरों में कैद बच्चों को स्कूल जाने का मौका मिला तो उनके चेहरे पर खुशी देखने को मिली।
पहाड़ों पर बारिश के कारण सरयू नदी में पिछले एक सप्ताह उफान था। जलस्तर के सिलसिलेवार बढ़ने से कई गांवों में पानी घुसने लगा था। देवारा इलाका ही पानी से घिर जाने के कारण बच्चों के स्कूल बंद कर दिए गए थे। मंगलवार से जलस्तर में कमी आनी शुरू हुई तो बुधवार को भी बदस्तूर रही। कई गांवों में पानी उतरना शुरू हुआ तो पानी से घिरे स्कूल खोल दिए गए। बच्चों ने नाव से ही सही लेकिन स्कूल की राह पकड़ ली। हालांकि देवारा के लोगों की परेशानियों में कोई कमी नहीं आ रही है। बगहवा, वासु का पूरा, हाजीपुर, पांडे का पूरा, साधु का पूरा और शाहडीह गांव में बाढ़ का पानी जमा हो गया है। दरअसल, नदी की कटान तेज होने से बीमारियों के फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। पिछले तीन दिनों में पानी से घिर चुका मसूरियापुर, हाजीपुर, देवारा खास राजा, सोनौरा, खरेलिया डाला के संपर्क मार्ग पर पानी फिर जमा होने से आने-जाने में अब भी दिक्कत हो रही है। मंगलवार को डिघिया नाले पर जलस्तर 70.86 मीटर था जो बुधवार को घटकर 70.83मीटर पर पहुंच गया, बदरहुआ नाले पर नदी का 71.39 मीटर रहा जलस्तर पांच सेंटीमीटर घटकर बुधवार को 71.34 मीटर पर आ पहुंचा।
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वर्जन ..
देवारा इलाका 21 विद्यालयों में से 10 प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय बंद थे। बाढ़ का पानी हटने के कारण पठन-पाठन के लिए खोल दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय रोशनगंज, अचल नगर, इस्माइलपुर,आराजी अजगरा मगरवी, अभनपट्टी, बांका बुधन पट्टी सहित दस विद्यालयों को पठन-पाठन के लिए खोल दिया गया है। अध्यापक भी नियमित रूप से पहुंचेंगे।
राजेश कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी।