शुरू से देश के किसानों को नसीब पर छोड़ा गया: पीएम

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जनपद के लगभग 300 से अधिक सीएस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jun 2018 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jun 2018 10:47 PM (IST)
शुरू से देश के किसानों को नसीब पर छोड़ा गया: पीएम
शुरू से देश के किसानों को नसीब पर छोड़ा गया: पीएम

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जनपद के लगभग 300 से अधिक सीएससी (जनसेवा केंद्र) केंद्रों के माध्यम से किसानों से संवाद किया। चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी की परवाह किए बिना करीब 18 हजार किसानों ने प्रधानमंत्री की बातें सुनीं। जबकि प्रदेश के समस्त जिलों में इस कार्यक्रम को 25 हजार सीएससी केंद्रों के माध्यम से करीब 18 लाख से अधिक किसानों ने सजीव प्रसारण देखा।

प्रधानमंत्री ने किसानों को कृषि के क्षेत्र में हुई प्रगति एवं विकास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 600 कृषि विज्ञान केंद्र और दो लाख किसान भाई-बहनों से जुड़ने का और अनुभव जानने का दुर्लभ अवसर प्राप्त हुआ। कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने का पूरा श्रेय किसानों को जाता है। लेकिन समय के साथ किसान का अपना विकास सिकुड़ता चला गया। शुरू से ही देश के किसानों को उनके नसीब पर छोड़ा गया। उन्होंने कहा कि हर सोच को बदलने के लिए प्रयास की जरूरत थी। बदलते युग के अनुसार बदलाव करने की जरूरत थी लेकिन हमने बहुत देर कर दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले चार सालों में हमने जमीन के रख-रखाव से लेकर उत्तम बीज, बिजली व पानी उपलब्धता से बाजार उपलब्ध करवाने तक पूरा प्रयास किया है। कहा कि 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न क्षेत्रों के कुछ किसानों से बात भी की एवं उनके सुझावों को भी सुना।

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किसानों से की मन की बात

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के किसान राज¨वद्र ¨सह ने प्रधानमंत्री से सीधे वार्ता की। बताया कि 15 एकड़ जमीन पर खेती कर रहा हूं। पिछले तीन साल से पानी का स्तर नीचे जा रहा था। केवीके की सलाह पर तरबूज की खेती ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से करने के बाद मेरी आय 15 से 20 लाख हो गई है। यहीं के फहीउज्जमा खान ने बताया कि वे गन्ने की खेती करते थे। 2013 में गुजरात वाइब्रेंट में जाकर काफी बातें सीखीं। इसके बाद केवीके से मदद लेकर इंटरक्रॉ¨पग और ड्रेंच तकनीक से उत्पादन किया तो पैदावार दोगुनी हो गई।

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27 जून को मध्यम व निम्न वर्ग के लोगों से 'मन की बात' होगी। चलते-चलाते प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले बुधवार 27 जून की सुबह 9:30 बजे आपसे फिर मिलूंगा। इस दौरान मैं बीमा योजनाओं के बारे में मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों से बात करूंगा ।

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किसानों ने सरकार की योजनाओं को सराहा प्रधानमंत्री की किसानों से हुए संवाद के बाद सीएससी केंद्रों पर किसानों को ग्राम्य स्तरीय उद्यमियों द्वारा सेंटर्स द्वारा दी जा रही सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। इसमें ई-पशु चिकित्सा, टेली मेडिसिन, इफ्को, रेलवे, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कैशलेस ट्रांसक्शन्स एवं स्वच्छता संबंधी सेवाओं के बारे में बताया गया। सीएचसी व एसपीवी द्वारा प्रदत्त सेवाओं की किसानों ने मुक्त कंठ से सराहना की और सरकार के सीएससी योजना का लाभ अब जनता को सीधा मिल रहा है, के लिए धन्यवाद दिया।

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