महिलाओं में आत्मविश्वास जगा गया नाटक अंगिरा

जागरण संवाददाता आजमगढ़ सूत्रधार संस्थान द्वारा शारदा टाकीज में आयोजित सोलहवें रंग महोत्स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 10:53 PM (IST)
महिलाओं में आत्मविश्वास जगा गया नाटक अंगिरा
महिलाओं में आत्मविश्वास जगा गया नाटक अंगिरा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सूत्रधार संस्थान द्वारा शारदा टाकीज में आयोजित सोलहवें रंग महोत्सव आरंगम के दूसरे दिन वाराणसी की संस्था 'द रिवराइन' की एकल प्रस्तुति 'अंगिरा' ने दर्शकों को सोचने पर विवश कर दिया। अंगिरा द्वारा समाज के सामने उठाए गए प्रश्नों ने हर किसी के मन में हलचल पैदा की। अंत सुखद रहा जब अंगिरा ने महसूस कर लिया कि दूसरों में प्रेम ढूंढने से बेहतर है खुद से प्रेम करना और अपने ऊपर भरोसा करना। यानी नाटक महिलाओं में आत्म विश्वास जगा गया।

प्राचीन मौलिक भारतीय परंपरा के पुनर्नवा में लिखे गए नाटक अंगिरा ने स्त्री विमर्श की बहस को नया आयाम दिया।

डा. गौतम चटर्जी लिखित व श्याम कुमार साहनी निर्देशित नाटक अंगिरा में अभिनेत्री स्मृति मिश्रा ने अपने अभिनय से जान डाल दी। अब तक 40 से अधिक नाटकों में अभिनय कर चुकीं स्मृति मिश्रा का अनुभव अंगिरा के किरदार में स्पष्ट दिखा। नाटक की मुख्य पात्र अंगिरा अपनी जिदगी जीना चाहती है पर उसके सपनों को उसका सबसे प्रिय व्यक्ति ही कुचल डालता है। अंगिरा तिल-तिल कर उस घटना की आग में जलती रहती है। अंगिरा मार्मिकता के साथ स्त्रियों की इस गाथा को अभिव्यक्त करती है। अंगिरा एक बार टूटती जरूर है पर हारती नहीं है। वह बार-बार प्रश्न उठाती है। कभी खुद से और कभी इस पुरुष प्रधान समाज से। अंत में वह उस व्यक्ति की हत्या करने को चाहती है जिसे कभी सबसे ज्यादा सम्मान दिया था, ताकि कोई दूसरी अंगिरा उसका शिकार होने से बच जाए। स्मृति ने अपने अभिनय से दर्शकों को स्तब्ध कर दिया। परिकल्पना और निर्देशन श्याम कुमार साहनी, प्रकाश परिकल्पना प्रकाश बंधु, संगीत स्मृति प्रकाश बंधु व श्याम, नृत्य रूपेश गुप्ता और मंच सामग्री अभिषेक गामी, विक्रम ठाकुर की रही। आयोजन की मुख्य अतिथि डा. हेमबाला, डा. शुचिता श्रीवास्तव, डा. सीके त्यागी, अभिषेक पंडित, कंचन मौर्या, अरुण मौर्या, अलका सिंह आदि उपस्थित रहीं।

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