चर्मरोग का कराना है इलाज तो न आएं जिला अस्पताल

आपको चर्म रोग का इलाज कराना है तो मंडलीय जिला चिकित्सालय कतई मत जाइए। यहां आपको निराशा ही मिलेगी। यहां तैनात रहे चर्म रोग के दो डाक्टरों में एक का एक वर्ष पूर्व निधन हो गया जबकि दूसरे चिकित्स लंबी छुट्टी पर हैं। वैकल्पिक व्यवस्था न होने से आने वाले मरीज रोजाना लौट जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:17 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:17 PM (IST)
चर्मरोग का कराना है इलाज तो न आएं जिला अस्पताल
चर्मरोग का कराना है इलाज तो न आएं जिला अस्पताल

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आपको चर्म रोग का इलाज कराना है तो मंडलीय जिला चिकित्सालय कतई मत जाइए। यहां आपको निराशा ही मिलेगी। यहां तैनात रहे चर्म रोग के दो डाक्टरों में एक का एक वर्ष पूर्व निधन हो गया जबकि दूसरे चिकित्स लंबी छुट्टी पर हैं। वैकल्पिक व्यवस्था न होने से आने वाले मरीज रोजाना लौट जा रहे हैं।

केंद्र व प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त रखने को नित नई व्यवस्थाएं कर रहा है। लेकिन उसके बावजूद अस्पतालों में सरकार की सोच जमीन पर नहीं उतर पा रही। मंडलीय जिला अस्पताल में चर्म रोग के डाक्टर पूरे एक माह से अवकाश पर हैं। इससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक आंकड़े मुताबिक प्रतिदिन दूर-दराज से चर्म रोग के दर्जनों प्रतिदिन पहुंचते हैं। जब उन्हें पता चलता कि डाक्टर छुट्टी पर हैं, तो उन्हें मायूसी होती है। दुश्वारियों के जानने के बावजूद अस्पताल प्रशासन मौन साधे हुए हैं।मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि चर्म रोग की एक महिला चिकित्सक मेटर्निटी लीव पर हैं। वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो पाई है। दो फरवरी तक अवकाश से लौट आएंगी। उसके बाद भी किन्ही परिस्थिति में दुश्वारी हुई तो वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जाएगा।

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