सांड़ से टकराई बाइक, अनाज कारोबारी की मौत
- दुखद - प्रधान डाकघर के समीप हादसे के बाद सड़क पर पड़ा रहा व्यापारी - मोबाइल और जे
- दुखद
- प्रधान डाकघर के समीप हादसे के बाद सड़क पर पड़ा रहा व्यापारी
- मोबाइल और जेब में मिले कागजात से हुई पहचान
- फसलों के साथ जिदगी पर भी भारी पड़ने लगे बेसहारा पशु जागरण संवाददाता, आजमगढ़: किसानों की गाड़ी कमाई चरने वाले बेसहारा पशु अब जिदगी पर भी भारी पड़ने लगे हैं। शहर के प्रधान डाकघर के समीप सोमवार की रात सांड़ की टक्कर से बाइक सवार अनाज कारोबारी की जान चली गई। हादसे के बाद व्यापारी का शव काफी देर तक वहीं पड़ा रहा। किसी की नजर पड़ी तो पुलिस तक सूचना पहुंच सकी। उसके बाद पहुंची पुलिस ने जेब के कागजात एवं मोबाइल के सहारे उसकी पहचान की। बाद में व्यापारी के घर मौत की सूचना पहुंची तो सहसा किसी को विश्वास नहीं हुआ। परिवार के लोगों ने आजमगढ़ स्थित अपने किसी रिश्तेदार को फोन कर मौके पर पहुंचने को कहा। रिश्तेदार ने मौके पर पहुंचकर शिनाख्त की और उसके बाद घरवालों को जानकारी दी तो कोहराम मच गया।
मेंहनगर नगर पंचायत के वार्ड नंबर तीन संत कबीर नगर के रहने वाले कन्हैया उर्फ बेदी मौर्या अनाज का कारोबार करते हैं। वह किसी कार्यवश मोटरसाइकिल से जिला मुख्यालय आए थे। माना जा रहा है कि घर लौटते समय हादसा हो गया होगा। हादसे के बाद समय से किसी की नजर ना पड़ने से उन्हें तत्काल इलाज की सुविधा नहीं मिल सकी और उनकी मौत हो गई होगी। परिवार के लोगों ने केवल इतना बताया कि उन्हें पुलिस ने सूचना दी है कि सांड़ की टक्कर से उनकी मौत हो गई। मृतक के दो पुत्रियां सपना और परी तथा एक पुत्र अभिमन्यु हैं। पत्नी सुनीता यह ़खबर सुनकर सदमे में हैं।शव को कोतवाली पुलिस ने पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय भेज दिया है।
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आए दिन घायल होते रहते हैं राहगीर
आजमगढ़: गांव तो गांव शहर में भी बेसहारा पशुओं का सड़क पर विचरण आम बात हो गई है। शहर में कई ऐसे सांड़ है जो राह चलते कब किसे घायल कर देंगे, इसका पता नहीं। कहने के लिए तो नगर पालिका के पास काऊ कैचर भी है, लेकिन उसका इस्तेमाल कभी नहीं किया जाता। इसका नतीजा है कि आएदिन लोग घायल होते रहते हैं।