निचले इलाकों से जलनिकासी को प्रशासन ने कसी कमर

-जिलाधिकारी सख्त -बागेश्वर कोलघाट लोटस हास्पिटल हीरापट्टी फरास टोला व चांदमारी से

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 08:00 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:00 PM (IST)
निचले इलाकों से जलनिकासी को प्रशासन ने कसी कमर
निचले इलाकों से जलनिकासी को प्रशासन ने कसी कमर

-जिलाधिकारी सख्त :::

-बागेश्वर, कोलघाट, लोटस हास्पिटल, हीरापट्टी, फरास टोला व चांदमारी से तत्काल पानी निकालने के निर्देश

- 24 घंटे लगातार जलनिकासी की व्यवस्था व कर्मचारियों की लगी ड्यूटी

- बच्चों के आश्रय स्थलों में ठहरने की सुनिश्चित होगी व्यवस्था

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: डीएम राजेश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। जिसमें 16 सितंबर से 18 सितंबर तक हुई भारी बारिश के कारण जिले के कई क्षेत्रों में हुए जलजमाव के निकासी के कार्यों की समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी ने नगर क्षेत्र के बागेश्वर, कोलघाट, लोटस हास्पिटल, हीरापट्टी, फरास टोला और चांदमारी से तत्काल पानी निकालने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़े हार्स पावर के वाटर पंप लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कहा कि 24 घंटे लगातार जलनिकासी की व्यवस्था एवं कर्मचारियों की लिखित रूप से ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिशासी अभियंता जल निगम, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड, अधिशासी अभियंता विद्युत, अधिशासी अभियंता सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को तत्काल पाइप, वाटर पंप और अन्य आवश्यक सामानों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के एक्सईएन को बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को डीएम ने आवश्यकतानुसार रोड कटिग कर पानी निकासी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित क्षेत्र के लेखपालों की भी ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कहाकि अधिकारी संबंधित क्षेत्र के बड़े काश्तकारों से भी आवश्यकतानुसार वाटर पंप, पंपिग सेट और पाइप आदि की मदद लें। डीपीआरओ, सीएमओ और इओ नगर पालिका को जलजमाव वाले क्षेत्रों में चूना, ब्लीचिग पाउडर और एंटी लार्वा दवाओं के छिड़काव के लिए निर्देशित किया, जिससे बीमारियां न फैलने पाए। कहा कि जलजमाव वाले क्षेत्रवासियों से संपर्क कर उन्हें आश्रय स्थलों पर ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कहा कि बच्चे किसी भी स्थिति मे जलजमाव वाले क्षेत्र में न रहने पाएं। एडीएम (प्रशासन) नरेंद्र सिंह, एडीएम (एफआर) आजाद भगत सिंह, एसडीएम सदर वागीश कुमार शुक्ला, सीएमओ डा. इंद्र नारायण तिवारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी थे।

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