छात्रों ने प्रदर्शन कर आरक्षण वापस लेने की उठाई मांग

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के गलत आरक्षण नीति को वापस लेने की मांग को लेकर लेदौरा के जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि हरिकेश यादव के नेतृत्व में मंगलवार को विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 06:09 AM (IST)
छात्रों ने प्रदर्शन कर आरक्षण वापस लेने की उठाई मांग
छात्रों ने प्रदर्शन कर आरक्षण वापस लेने की उठाई मांग

जासं, आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के गलत आरक्षण नीति को वापस लेने की मांग को लेकर लेदौरा के जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि हरिकेश यादव के नेतृत्व में मंगलवार को विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। छात्रों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। आरोप लगाया कि लोकसेवा आयोग मनमाने तरीके से नियमों को तोड़-मरोड़ कर सिर्फ दो फीसद अमीर सवर्णों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रहा है। आयोग के नए नियम से एससी, एसटी, ओबीसी गरीब सवर्ण और दिव्यांग सिर्फ अपने कोटे में ही सीमित रह जाएंगे। दो फीसद अमीर सवर्णों के लिए प्रत्येक चरण में लगभग 40 फीसद सीटें आरक्षित हो जाएंगी, जो संविधान के खिलाफ है। कमलेश गौतम ने कहा कि आरक्षण का अंतिम उद्देश्य वंचित वर्गाें को मजबूत कर सामान्य वर्ग को समतावादी समाज बनाना है। आयोग के नए नियम से आरक्षित वर्ग अपनी योग्यता साबित करने के बाद भी उसे उसके आरक्षित वर्ग में ढकेल दिया जाएगा। सारी सीटें कुछ अमीरों के लिए आरक्षित कर दी जाएंगी, जो बिल्कुल असंवैधानिक व अलोकतांत्रिक हैं। सरकार यह निर्णय बदलकर प्रत्येक चरण में आरक्षण की व्यवस्था लागू नहीं करवाती तो सभी छात्र सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। इसमें विमला यादव, हरेंद्र प्रताप यादव, शादाब अहमद, लालजीत यादव, मो. शादाब, कमलेश गौतम, मुकेश यादव, दीपक यादव, संजय, विकास आदि रहे।

chat bot
आपका साथी