पित्थौरपुर में दूसरे दिन भी छाया रहा सियापा

-फालोअप - सिसकियों के बीच गांव में तैनात की गई थी कई थानों की फोर्स - सांत्वना देने के ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:47 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:47 PM (IST)
पित्थौरपुर में दूसरे दिन भी छाया रहा सियापा
पित्थौरपुर में दूसरे दिन भी छाया रहा सियापा

-फालोअप::::

- सिसकियों के बीच गांव में तैनात की गई थी कई थानों की फोर्स

- सांत्वना देने के लिए पहुंचा समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल जागरण टीम, आजमगढ़ : तरवां थाना क्षेत्र के पित्थौरपुर में रविवार की रात हुई दंपती की हत्या फिलहाल पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है। घटना के राजफाश के लिए बनाई गई चार टीमों को कोई सफलता नहीं मिल सकी थी। श्वान दल भी कोई सुराग नहीं दे सका, लेकिन पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है।

गांव में दूसरे दिन भी सियापा छाया रहा और लोग घटना के कारणों को लेकर कयास लगा रहे थे। सिसकियों के बीच गांव में कई थानों की फोर्स तैनात की गई थी। वहीं सांत्वना देने के लिए समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा।

बोंगरिया : पित्थौपुर में चकबंदी लेखपाल नगीना राम और उनकी पत्नी मंशा देवी की अज्ञात हमलावरों ने रविवार रात सोते समय धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। परिवार वालों ने भी किसी पर शक जाहिर नहीं किया, तो पुलिस के लिए घटना की गुत्थी सुलझाना चुनौती बन गई।उधर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक कल्पना पासवान, पूर्व विधायक रामजग राम, पूर्व मंत्री विद्या चौधरी, पूर्व सांसद दरोगा सरोज, वीरेंद्र यादव, वरुण चौहान, शिवचंद्र यादव, इंद्रदेव यादव, वंशराज सरोज आदि शामिल थे।

तरवां : घटना के दूसरे दिन गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था।चारों तरफ पुलिस ही दिखाई दे रही थी। आला अधिकारी गांव में कैंप किए हुए थे। दोहरे हत्याकांड से गांव में दहशत का माहौल था। हर कोई घटना के कारणों को लेकर अपने स्तर से कयास लगा रहा था। वहीं परिवार के लोगों का करुण क्रंदन सुन लोगों की आंखें नम हो जा रही थीं। भाजपा शासनकाल में दलित असुरक्षित : दीपचंद

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मेंहनगर तहसील क्षेत्र के पित्थौरपुर में चकबंदी लेखपाल व उनकी पत्नी की हत्या से मर्माहत सपा के वरिष्ठ नेता दीपचंद विशारद ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। कहा कि प्रदेश में दलित असुरक्षित हो गए हैं और आएदिन उनकी हत्या हो रही है। उन्होंने हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच और परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की।

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