रोडवेज परिसर में बसों के इंतजार में घंटों खड़ी रहीं बहनें
रोडवेज परिसर में लोग करते रहे बसों का इंतजार
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : शासन ने इस बार रक्षाबंधन से एक दिन पहले ही बहनों को मुफ्त यात्रा का फरमान जारी किया, जबकि इसके लिए रोडवेज प्रशासन ने तीन पहले से ही सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया था। रक्षाबंधन के दिन उस समय सभी दावे फेल हो गए जब परिसर में सुबह घंटों खड़ी दर्जनों बहनें बसों का इंतजार करती नजर आईं। रक्षाबंधन पर लगभग दो हजार बहनों ने यात्रा किया।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रोडवेज को उम्मीद थी कि रक्षाबंधन के दिन यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है। रक्षाबंधन की तिथि के दो दिन पूर्व से तीन दिन बाद तक यानी एक से छह अगस्त तक के बीच यात्रियों की उपलब्धता के सापेक्ष अधिक बसें लगाने का दावा किया था। जबकि रोडवेज प्रशासन को पता था कि रक्षाबंधन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। इसके बाद भी बसें कम पड़ गईं। रोडवेज प्रशासन ने सभी रूटों के लिए लगभग 70 बसें लगाई थी। यात्रियों की उपलब्धता के अनुसार लखनऊ, कानपुर व गोरखपुर सहित अन्य लोकल रुटों के लिए अतिरिक्त बसें संचालित की गई थी। इसके बाद भी बसें कम पड़ गईं। घंटों परिसर में इंतजार करने के बाद एक गोरखपुर के लिए बस आई तो बैठने के लिए यात्री टूट पड़े। क्षेत्रीय सहायक प्रबंधक ललित श्रीवास्तव ने बताया कि रक्षाबंधन पर लंबी दूरी की 15 व लोकल रूटों पर 55 बसें अतिरिक्त चलाई जा रही हैं। बसें कम नहीं हैं सभी यात्रियों को लेकर आ-जा रही हैं। रक्षाबंधन पर लगभग 2000 बहनों के यात्रा करने की सूचना मिली है।