सिलाई मशीनों से बनेगा प्रवासी महिलाओं का भविष्य

बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए मनरेगा के अलावा अभी कोई अन्य योजना सहायक नहीं बन सकी है लेकिन प्रवासी महिलाओं का कॅरियर बनाने के लिए योजना तैयार है। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से अनुसूचित जाति की प्रवासी महिलाओं को सिलाई मशीन देकर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। खास बात यह कि निगम की ओर से दिए जाने वाले बीस हजार में से दस हजार का अनुदान मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 04:40 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 04:40 PM (IST)
सिलाई मशीनों से बनेगा प्रवासी महिलाओं का भविष्य
सिलाई मशीनों से बनेगा प्रवासी महिलाओं का भविष्य

जासं, आजमगढ़ : सिलाई मशीन से संवरेगा अनुसूचित जाति की प्रवासी महिलाओं का भविष्य। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने आधी आबादी को दो-दो सिलाई मशीन देने की ठानी है। महिलाएं सिलाई मशीन कहीं से भी खरीदने को स्वतंत्र होंगी, जिसके लिए उन्हें 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी। दस हजार अनुदान होगा जबकि दस हजार रुपये बगैर ब्याज के तीन साल में वापस करना होगा।

मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने बताया कि योजना की शुरुआत हो चुकी है। पहले चरण में दस हजार लाभार्थियों का चयन किया जाना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को दो मशीनें दी जाएंगी। महिलाओं को एक अधिकार पत्र जारी किए जाएंगे, जिसे दिखाकर निर्धारित एजेंसी से खुद सिलाई मशीन ले सकेंगी। निगम की ओर से इस योजना के लिए 20 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास विनोद कुमार सिंह ने बताया कि लाभार्थी के पास जाति व प्रमाण पत्र होना चाहिए। आधार कार्ड व दो फोटो लगेंगे। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग ब्लाक में कार्यरत एडीओ समाज कल्याण से सहयोग ले सकते हैं। महिलाएं इस नंबर 8081568556 पर संपर्क कर सकती हैं।

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