सुसज्जित गर्भगृह देख लगे भोलेनाथ के जयकारे

- आस्था - ताम्र व रजत से सजा अलौकित ²श्य भा जा रहा था लद्धालुओं को - कार्तिक पूर्णिमा मेले मे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:20 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:20 PM (IST)
सुसज्जित गर्भगृह देख लगे भोलेनाथ के जयकारे
सुसज्जित गर्भगृह देख लगे भोलेनाथ के जयकारे

- आस्था

- ताम्र व रजत से सजा अलौकित ²श्य भा जा रहा था लद्धालुओं को

- कार्तिक पूर्णिमा मेले में पूजनीय स्थल की दुर्दशा देख दुखी थे लोग जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पूजनीय दुर्वासा धाम स्थित शिवलिग की अलौकिक छटा आंखों में समा जाने वाली थी। ताम्र एवं रजतपत्र से सुजज्जित गर्भगृह श्रद्धालुओं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने समर्पित किया तो श्रद्धालु एक झलक पाने को बेताब हो उठे। शिवलिग का दर्शन करते हुए लोगों की जुबां से हर-हर महादेव के जयकारे बरबस ही फूट पड़ रहे थे। उचित भी था कि पूजनीय स्थल होने के बावजूद मुख्य गर्भगृह उपेक्षा का शिकार था। किसी ने विकास कराया भी तो वह नदी की सीढि़यां, हैंडपंप लगाने तक सिमटकर रह गया था।

बमुश्किल दस दिन हुए होंगे जब कार्तिक पूर्णिमा मेले में लाखों की भीड़ पहुंची थी। उसी भीड़ में भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष सिंह यादव पहुंचे, तो श्रद्धालुओं ने उनके सामने मांग उठा दी थी। कृपा भोलेनाथ की ही रही कि दस दिन बाद ही ताम्र व रजत से सुसज्जित गर्भगृह का लोकार्पण भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के हाथों हो गया। उनके लोकार्पण करते ही भोलेनाथ का ऐसा जयकारा लगा कि लोग बाग-बाग हो उठे। वहां उपस्थित हजारों लोग उस अलौकिक ²श्य को आंखों में समा लेने को बेताब नजर आए। उनका कहना था कि यह कार्य बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। भोलेनाथ और ऋषि दुर्वासा की ही कृपा का बखान लोग अपने-अपने तरह से कर रहे थे। अधिकांश का कहना था कि 10 किमी के दायरे में रह रहे लोगों पर भगवान की कृपा ही है कि कोई विपत्ति आने से पूर्व दस बार जरूर सोचती होगी।

chat bot
आपका साथी