सिमटने लगी सरयू की लहरें, कटान बरकरार
-बाढ़ -जलजमाव से बर्बाद हो रही है किसानों की फसल -दर्जनों संपर्क मार्गों पर नहीं शुरू ह
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-जलजमाव से बर्बाद हो रही है किसानों की फसल
-दर्जनों संपर्क मार्गों पर नहीं शुरू हो पाया आवागमन
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): पिछले चार दिनों से सरयू नदी का जलस्तर लगातार सिमट रहा है।नदी अब दोनों माप स्थलों पर खतरा निशान के नीचे चली गई है। इससे एक ओर देवारा के लोगों को राहत मिलने लगी है, तो दूसरी ओर कटान का संकट बरकरार है। बगहवा और गांगेपुर मठिया में धीमी गति गति से कटान हो रही है।दर्जनों संपर्क मार्गों के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण आवागमन नहीं हो पा रहा है। लोगों को नाव के सहारे ही अपना काम चलाना पड़ रहा है।
देवारा खास राजा, शाहडीह, वासू का पूरा, अचल नगर, हाजीपुर, अभनपट्टी सहित दर्जनों गांव के निचले भागों में पानी जमा होने के कारण धान की फसलें सड़ने लगी है।गन्ना की फसल भी बर्बाद होने की कगार पर है। प्रशासन भी किसानों की मदद के लिए कुछ नहीं कर रहा है। नदी के उत्तरी भूभाग में स्थित अचल नगर, हाजीपुर, झंझरपुर, सोनौरा, बगहवा, झगरहवा गांव के संपर्क मार्ग जगह-जगह से कट गए हैं।
इसके निर्माण के लिए भी कोई काम नहीं किया जा रहा है, जिससे लोगों का आवागमन बाधित है। नदी का पानी कम होने के बाद भी गांगेपुर मठिया और परसिया में कटान बदस्तूर जारी है।
नदी का जलस्तर सोमवार को डिघिया नाले पर 70.15 मीटर था जो पांच सेमी घटकर मंगलवार को 70.10 मीटर पर पहुंच गया। बदरहुआ नाले पर नदी का जलस्तर 71.30 मीटर था जो पांच सेंटीमीटर घटकर 71.25 मीटर पर पहुंच गया है।