खतरा के निशान के करीब पहुंची सरयू

उत्तराखंड और नेपाल में भारी बारिश के बाद पानी छोड

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 05:44 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 05:44 PM (IST)
खतरा के निशान के करीब पहुंची सरयू
खतरा के निशान के करीब पहुंची सरयू

जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : उत्तराखंड और नेपाल में भारी बारिश के बाद पानी छोड़ने से उफनाई सरयू नदी खतरे का निशान छूने को बेताब दिख रही है। 24 घंटे में नदी का जलस्तर 80 सेंटीमीटर बढ़ गया। बदरहुआ नाला के पास खतरे का निशान 71.68 मीटर है, जबकि नदी 71.50 मीटर पर बह रही थी।प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर बढ़ने के साथ तटवर्ती गांवों के लोगों की धड़कनें भी बढ़ने लगी हैं। प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और हर पल की स्थिति पर नजर रख रहा है।

सगड़ी तहसील के उत्तरी भूभाग में स्थित सरयू नदी चार महीने से देवारा में तबाही मचाई हुई थी, लेकिन जब अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट गया, तो देवारा के लोगों ने राहत की सांस ली। बाढ़ के पानी में कट गए संपर्क मार्गों पर ग्रामीणों ने खुद से मिट्टी पाटकर चलने लायक बनाया, तो जिनके मकान कट गए थे वे लोग भी सरपत की मंडई डालकर अपना आशियाना तैयार कर रहे थे। बाढ़ में बर्बाद हो गई धान और गन्ने की फसल को समेटने की जुगत लोग बना ही रहे थे कि इस बीच उत्तराखंड और नेपाल में हुई भीषण बारिश का पानी बनबसा और कर्तनिया बैराज से सरयू में छोड़ दिया गया। नतीजा सरयू नदी उफना गई।

बदरहुआ नाले पर नदी का न्यूनतम जलस्तर 70.26 मीटर है। बुधवार को नदी का जलस्तर उससे भी नीचे 70.05 पर स्थिर था, लेकिन पानी छोड़े जाने से गुरुवार को नदी का जलस्तर 70.70 मीटर हो गया, जबकि शुक्रवार को 71. 50 मीटर पर पहुंच गया है, जो खतरा बिदु से मात्र 18 सेंटीमीटर कम है। ऐसे ही नदी की चाल बढ़ती रही तो 24 घंटे में ही नदी खतरा बिदु पार कर जाएगी।

पहाड़ों का पानी नदी में छोड़े जाने के चलते प्रशासन ने तीन दिन पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थित चौकियों को 24 घंटे सक्रिय रहने का निर्देश जारी किया गया है। राजस्व और पुलिसकर्मियों को चौकी पर हर हाल में मौजूद रहने को कहा गया है। कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी।

-गौरव कुमार, एसडीएम, सगड़ी।

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