नालों की सफाई के बाद भी डूबेगा सरायमीर
जागरण संवाददाता सरायमीर (आजमगढ़) हर साल बारिश से पहले नालों की सफाई का दावा किया ज
जागरण संवाददाता, सरायमीर (आजमगढ़): हर साल बारिश से पहले नालों की सफाई का दावा किया जाता है, सफाई होती भी है, लेकिन नगरवासियों के लिए उसका कोई मतलब नहीं होता। बारिश के दौरान तलिया पोखरी ओवरफ्लो होती है तो नगर की गलियां तक डूब जाती हैं। तीन नालों में दो का पानी तलिया पोखरी तो एक का पानी रेलवे मैदान में जमा होता है। रेलवे मैदान से आगे नाले का निर्माण नहीं होने से बारिश के दिनों में समस्या बढ़ जाती है।
नगर पंचायत के 13 वार्डों में 18966 आबादी निवास करती है। जलनिकासी के लिए 9 नालियों के अलावा दो मीटर से अधिक चौड़ा दो नाला बना हुआ है। नालों एवं नालियों की लंबाई 7132 मीटर है। इन नालों में से एक नाला से नगर पंचायत का पानी खुदकासता मोहल्ले से होकर तो दूसरा खरेवां हास्पिटल के पास से होते हुए तलिया पोखरी तक जाता है। इसके सफाई के लिए कोई अतिरिक्त धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। फिर भी नगर पंचायत प्रशासन अपने कर्मचारियों से सफाई करा रहा है।
रेलवे मैदान से आगे नाला निर्माण नहीं होने से पूरा मैदान गंदे पानी से भरा रहता है। रेलवे मैदान से आगे नाला निर्माण के लिए नगर पंचायत की ओर से कई बार प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं बन सकी।
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मुझे नागरिकों की पूरी चिता है। बरसात को ध्यान में रखते हुए पहले से उपलब्ध संसाधन से नाले एवं नालियों की सफाई करा दी गई है। इसके बाद भी अगर कहीं कोई समस्या आती है तो सफाई विभाग को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
-प्रभा, चेयरमैन, नगर पंचायत, सरायमीर।
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शासन की ओर से अलग से कोई बजट नहीं मिला है, लेकिन उपलब्ध संसाधनों से नगर के नालों की सफाई कराई गई है। नाला निर्माण के लिए 15वां वित्त के तहत कार्ययोजना बनाकर जिलाधिकारी को प्रेषित की जा रही है।
-रंग बहादुर सिंह, ईओ, नगर पंचायत सरायमीर।
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यहां तो हर साल सड़कों पर बहता है गंदा पानी
सरायमीर : नगर के लोगों का कहना है कि नालों के साफ करा देने का कोई मतलब यहां के लोगों के लिए नहीं है। कारण, आज तक ऐसा कोई नाला ही नहीं बना जिसे पास की नदी से मिलाया गया हो। ऐसे में हर साल नाली का गंदा पानी सड़कों पर बहता है।
गढ़वा वार्ड निवासी वसीम अहमद उर्फ पप्पू पेजर ने कहा कि जल निकासी हेतु बनाई गई नाली का पानी बरसात होने पर सड़कों पर बहने लगता है। खुदकासता वार्ड के नोनिया टोला निवासी गुफरान अहमद ने कहा कि जो नाली जलनिकासी के लिए बनाई गई है, उसका टेल न होने से बेकार साबित हो रही है।
महाजनी टोला के शाह आलम ने कहा कि जदीद जामा मस्जिद के पास की नाली कुछ लोग पाटकर समाप्त कर दिए हैं, जिससे जल निकासी की समस्या का समाधान नहीं हुआ। खरेवां मोड़ के समीप सिराजी का पूरा निवासी जेया महमूद ने कहा कि नाली बनाई गई, लेकिन अधूरी होने से उसका लाभ नहीं मिलता है।