आरटीओ कार्यालय निर्माण को नहीं मिला धन
आजमगढ़ वर्षों से किराए के मकान में चल रहे आरटीओ व एआरटीओ के स्थाई कार्यालय के लिए सदर तहसील के गंभीरवन में भूमि अधिग्रहित की गई है। प्रशासन की रिपोर्ट पर शासन से पांच एकड़ भूमि की स्वीकृति मिलने के बाद अधिग्रहित कर ली गई।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : वर्षों से किराए के मकान में चल रहे आरटीओ व एआरटीओ के स्थाई कार्यालय के लिए सदर तहसील के गंभीरवन में भूमि अधिग्रहित की गई है। प्रशासन की रिपोर्ट पर शासन से पांच एकड़ भूमि की स्वीकृति मिलने के बाद अधिग्रहित कर ली गई। लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय निर्माण के लिए धन की स्वीकृति नहीं मिल सकी। जबकि कार्यालय की भूमि से सटे पांच एकड़ की भूमि पर टेस्टिग ड्राइव ट्रैक का निर्माण शुरू हो गया।
कई वर्षों से आरटीओ एवं एआरटीओ कार्यालय शहर के जाफरपुर स्थित किराए के मकान में चल रहा है। कार्यालय का जर्जर भवन, आसपास जगह न होने के कारण आए दिन जाम, मारपीट आदि की समस्या होती है। इन सब समस्याओं को देखते हुए शासन से आरटीओ कार्यालय शासन के खुद के भवन में संचालित करने का फैसला लिया गया था। शासन से आरटीओ कार्यालय के भवन के निर्माण के लिए हरी झंडी मिलने के बाद जमीन की तलाश शुरू हुई। शहर से 15 किलोमीटर दूर चक्रपानपुर के निकट गंभीरवन में पांच एकड़ की जमीन गई। भूमि अधिग्रहित करने के बाद प्रोजेक्ट तैयार कर बजट शासन को भेजा गया है। लगभग एक वर्ष बीतने जा रहा है लेकिन धन की स्वीकृति नहीं मिली है। वहीं बगल के पांच एकड़ जमीन पर टेस्टिग ड्राइव ट्रैक का निर्माण शुरू हो गया है। एआरटीओ प्रशासन डा. आरएन चौधरी ने बताया कि आरटीओ एवं एआरटीओ कार्यालय के लिए पांच एकड़ की जमीन अधिग्रहित की गई है। बजट के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बजट की स्वीकृति न मिलने के कारण निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।