22 मुर्गी फार्मों के निरीक्षण में आरआरटी ने लिए 15 नमूने

जागरण टीम आजमगढ़ बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग की सक्रियता बढ़

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 10:25 PM (IST)
22 मुर्गी फार्मों के निरीक्षण में आरआरटी ने लिए 15 नमूने
22 मुर्गी फार्मों के निरीक्षण में आरआरटी ने लिए 15 नमूने

जागरण टीम, आजमगढ़: बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग की सक्रियता बढ़ गई है। हालांकि जिले में अभी कोई पाजिटिव केस नहीं मिला है, लेकिन शासन के निर्देश पर गठित आरआरटी (रैपिड रिस्पांस टीम) का भ्रमण जारी है। रविवार को भी टीम ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित 22 मुर्गी फार्मों का निरीक्षण किया। इस दौरान 15 नमूने (पांच सीरम, पांच नेजल व पांच बीट) लिए गए। इस तरह शनिवार को लिए गए 60 सहित कुल 75 नमूनों को जांच के लिए दो-तीन दिन में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेजा जाएगा।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. वीके सिंह ने पशुधन प्रसार अधिकारी के साथ कंधरापुर क्षेत्र के गदनपुर हिच्छनपट्टी व देवइ रसूलपुर, कप्तानगंज के बछुआपार व कप्तानगंज बाजार के समीप, बिदवल जयराजपुर में तीन और आजमपुर में एक मुर्गी फार्म का निरीक्षण किया। जबकि पशु चिकित्साधिकारी मुबारकपुर डा. राजूराम बुझारत ने एक, कोयलसा डा. पंकज मोहन ने दो, जयनगर पल्हना डा. मुनिराज सिंह ने दो, बरदह डा. रणजीत पाल ने दो और पशु चिकित्साधिकारी अतरौलिया डा. दिलीप कुमार ने एक मुर्गी फार्म का निरीक्षण किया। फार्म संचालकों को साफ-सफाई, चूना व कीटनाशक दवा छिड़काव और फार्म के ऊपर से किसी अन्य पक्षी के न बैठने के लिए सचेत किया गया। साथ ही आसपास के चिकन विक्रेताओं को भी साफ-सफाई, चूना व कीटनाशक दवा छिड़काव के निर्देश दिए गए।

विषाक्त पदार्थ के सेवन से दो लोग अचेत

जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़) : रौनापार थाना क्षेत्र के सेठाकोली गांव निवासी पप्पू साहनी (18) पुत्र रामजन्म साहनी रविवार की सुबह परिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। इसी क्रम में अतरौलिया क्षेत्र के मदियापार गांव निवासी ममता (20) पुत्री पप्पू राजभर ने किसी बात से नाराज होकर शनिवार की रात विषाक्त पदार्थ खा लिया। दोनों की हालत बिगड़ते देख स्वजनों ने उन्हें अचेतावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

chat bot
आपका साथी