8.44 करोड़ की वसूली को ईट-भट्ठा संचालकों को आरसी
- कसा शिकंजा - रायल्टी से संबंधित नोटिस के बाद भी बकाया राजस्व जमा नहीं करने पर कार्रव
- कसा शिकंजा
- रायल्टी से संबंधित नोटिस के बाद भी बकाया राजस्व जमा नहीं करने पर कार्रवाई
- महालेखाकार की आडिट के बाद जिलाधिकारी की संस्तुति
- कड़ाई से वसूली की कार्रवाई को सभी एसडीए को निर्देश जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सत्र 2015-16 एवं 2016-17 का ईंट भट्ठा संचालकों ने अभी तक रायल्टी जमा नहीं की। अब महालेखाकार की आडिट के बाद जिलाधिकारी की संस्तुति पर बकाएदार ईंट-भट्ठा संचालकों को दोनों सत्रों की कुल आठ करोड़, 44 लाख, 93 हजार, 316 रुपये की वसूली के लिए आरसी जारी किया गया है। डीएम ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
जिले की आठ तहसीलों के 261 ईंट भट्ठा संचालकों पर सत्र 2015-16 का पांच करोड़, 80 लाख, 253 रुपये और सत्र 2016-17 का 269 ईंट भट्ठा संचालकों पर तीन करोड़, 44 लाख, 13 हजार, 63 रुपये रायल्टी बकाया है। राजस्व वसूली के लिए पिछले दिनों डीएम के निर्देश पर सभी तहसीलों में अभियान चला। कार्रवाई हुई तो कुछ संचालकों ने बकाया राजस्व जमा किया लेकिन कार्रवाई व नोटिस के बाद भी अधिकाकांश ईंट भट्टा संचालकों ने अभी तक जमा नहीं किया।
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तहसीलवार बकाया रायल्टी(रुपये लाख में)
1-बूढ़नपुर.......36,95,080
2-मेंहनगर.......86,74,389
3-लालगंज......1,72,51,815
4-निजामाबाद....82,40,294
5-फूलपुर........92,13,260
6-सगड़ी.........1,08,35,081
7-सदर..........2,02,03,625
8-मार्टीनगंज......63,79,168
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महालेखाकार द्वारा आडिट के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर सत्र 2015-16 व 2016-17 के बकाएदार ईंट-भट्ठा संचालकों को आरसी जारी किया गया है। जबकि सत्र 2017-18 के बकाएदारों से वसूली के लिए आरसी जारी करने की तैयारी चल रही है।
-सुनील कुमार मौर्य, खान निरीक्षक।