नीबी में विरोध, अब मुबारकपुर में ही कूड़ा निस्तारण
11 दिन पूर्व अतिवृष्टि के कारण पुरानी जेल की भूमि पर डंप कूड़ा-कचरा से शहरवासियों को जल्द निजात मिलने की संभावना बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: 11 दिन पूर्व अतिवृष्टि के कारण पुरानी जेल की भूमि पर डंप कूड़ा-कचरा से शहरवासियों को जल्द निजात मिलने की संभावना बढ़ गई है। 'दैनिक जागरण' के 25 सितंबर के अंक में पेज छह पर 'मुबारकपुर भी फुल, पुरानी जेल के समीप 150 टन कूड़ा डंप' शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद नगर पालिका प्रशासन की तंद्रा टूटी है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत विकास खंड सठियांव के नीबी गांव में एक किसान की किराए की भूमि कूड़ा निस्तारण के लिए ली गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। अब पुन: नगर पालिका परिषद मुबारकपुर के ही डंपिग ग्राउंड की शरण लेनी पड़ी।
नगर पालिका परिषद आजमगढ़ के 25 वार्डों से प्रतिदिन लगभग 30 टन कूड़ा निकलता है, जिसका निस्तारण विकास खंड रानी की सराय के मझगांवा डंपिग ग्राउंड में किया जाता है। लेकिन अतिवृष्टि में मझगांवा का डंपिग ग्राउंड डूब गया। नतीजा चार दिन तक शहर का कूड़ा पुरानी जेल की भूमि पर बनाए गए अस्थाई कूड़ा घर पर जमा होने लगा। नगर पंचायत बिलरियागंज में बात नहीं बनी तो नगर पालिका परिषद मुबारकपुर के डंपिग ग्राउंड में आठ ट्रक कूड़ा निस्तारित किया गया लेकिन रास्ते पर पानी जमा होने के कारण पुन: बाधा उत्पन्न हो गई। नतीजा लगभग 150 कूड़ा डंप हो गया। लेकिन रात-दिन एक कर मुबारकपुर कूड़ा भेजवाया जा रहा है। रास्ते की समस्या का भी समाधान निकाल लिया गया है। रास्ते पर गिराकर जेसीबी से डंपिग ग्राउंड तक कूड़ा ले जाया रहा है।
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वर्जन::::
''मझगांवा डंपिग ग्राउंड में अभी पानी में डूबा है। सठियांव के नीबी गांव में एक किसान की भूमि किराए पर ली गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। अब पुन: मुबारकपुर में व्यवस्था कर ली गई है।
-विकास कुमार, ईओ, नगर पालिका परिषद।