11 करोड़ की परियोजना, वन विभाग बना रोड़ा
आजमगढ़ शाहगंज वाया आजमगढ़ होकर मऊ जाने वाले रेल ट्रैक पर पड़ने वाले सभी मानवरहित रेलवे क्रा¨सग को बंद किया गया। स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी न हो इसके लिए रेलवे प्रशासन ने संबंधित मानवरहित समपार क्रा¨सग के वैकल्पिक रास्ता निर्माण की स्वीकृति दे दी लेकिन वन विभाग ¨लक मार्ग के निर्माण कार्य में बाधा बना हुआ है। वहीं वन विभाग द्वारा एनओसी न मिलने पर 11 करोड़ की परियोजना अधर में ही लटकी हुई है। जबकि जमीन रेलवे की है। रेलवे ने वन विभाग को यह जमीन लीज पर दी है।
जासं, आजमगढ़ : शाहगंज वाया आजमगढ़ होकर मऊ जाने वाले रेल ट्रैक पर पड़ने वाले सभी मानवरहित रेलवे क्रा¨सग को बंद कर दिए गए हैं। स्थानीय लोगों को आवागमन में दिक्कत है। रेलवे प्रशासन ने संबंधित मानवरहित समपार क्रा¨सग के वैकल्पिक रास्ता निर्माण की स्वीकृति दे दी, लेकिन वन विभाग ¨लक मार्ग के निर्माण कार्य में बाधा बना हुआ है। वन विभाग द्वारा एनओसी नहीं मिलने की वजह से 11 करोड़ की परियोजना अधर में है, जबकि जमीन रेलवे की है। रेलवे ने वन विभाग को यह जमीन लीज पर दी है। मऊ-शाहगंज रेलवे मार्ग पर समपार क्रा¨सग बंद होने से लछिमनपट्टी, कुतुबपुर पठकौली, अछार, ठकूरमनपुर सठियांव, रानीपुर, फत्तनपुर खरेवा व जगदीशपुर मनरा सहित दर्जनों गांव के हजारों लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय ने बंद किए गए क्रा¨सगों को पक्की सड़कों के जरिए निकटस्थ मानवसहित रेलवे क्रा¨सग से जोड़ने के लिए 11 करोड़ की परियोजना को स्वीकृति दी थी। इससे शाहगंज व मऊ के बीच 15 किमी लंबी सड़क निर्माण की भी योजना शामिल है। आइओडब्ल्यू अनिल कुमार ¨सह ने बताया कि सड़क निर्माण में पेड़ बाधा बने हुए, इसके लिए कई बार वन विभाग को पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक वन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।