भैरव धाम पर कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियां तेज

जागरण संवाददाता महराजगंज (आजमगढ़) क्षेत्र के ग्राम पंचायत उसुर कुढ़वा स्थित भैरव धाम पर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 06:44 PM (IST)
भैरव धाम पर कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियां तेज
भैरव धाम पर कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियां तेज

जागरण संवाददाता, महराजगंज (आजमगढ़) : क्षेत्र के ग्राम पंचायत उसुर कुढ़वा स्थित भैरव धाम पर 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। धाम पर दूर-दराज से काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित होती है। मेले को देखते हुए अभी से खेती-किसानी एवं घरेलू उपयोग से संबंधित सामानों के निर्माण के साथ ही व्यापारियों ने अपने स्टाल लगाने शुरू कर दिए हैं। स्नान के लिए दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का आगमन मंदिर पर एक दिन पूर्व ही हो जाता है। लोग धाम पर रात भर रुक कर भजन-कीर्तन करते हैं और भोर होते ही पवित्र सरोवर में स्नान कर बाबा के चरणों में काली मिर्च की बोरियां, फूल-माला, बताशा व नारियल आदि का प्रसाद चढ़ाकर अपने परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना करते हैं। ----------

पूर्णिमा पर पवित्र सरोवर में स्नान का महात्म्य मंदिर के पुजारी राज किशोर गोस्वामी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर धाम स्थित पवित्र सरोवर में स्नान कर बाबा के दर्शन-पूजन करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस मौके पर स्नान कर दर्शन करने मात्र से वर्ष पर्यंत परिवार में सुख, शांति व खुशहाली बनी रहती है तथा परिवार में आने वाली व्याधियों से मुक्ति मिलती है। इन्हीं मान्यताओं के चलते ज्यादातर परिवार के मुखिया संग महिला व पुरुषों का धाम पर आगमन होता है।

------------- श्रद्धालुओं को नहीं होगी किसी प्रकार की समस्या

-ग्राम प्रधान राकेश यादव ने कहा कि पूर्णिमा के अवसर पर धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। इसके लिए सभी संभावित परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। पंचायत प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ है। मंदिर के गंदे हो चुके मार्बलों की घिसाई व मरम्मत चल रही है। मंदिर का रंग-रोगन भी चल रहा है। डाला छठ के अवसर पर पवित्र सरोवर की सीढि़यों पर बनाई गई मिट्टी की अस्थाई वेदियों को हटाकर सीढि़यों की सफाई की जा रही है, ताकि स्नानार्थियों को असुविधा का सामना न करना पड़े। परिसर स्थित शौचालय व धर्मशालों की साफ-सफाई कराई जा रही है।

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