सियासी मैदान तैयार, जंग की तस्वीर भी साफ
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : छठवें चरण में 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को नाम निर्देशन के पहले पा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : छठवें चरण में 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को नाम निर्देशन के पहले पायदान की शुरुआत हो गई। नामांकन प्रक्रिया में तीन दिन शेष बचे हैं। इसी के साथ जिले की दो संसदीय क्षेत्र में सियासी मैदान भी तैयार हो गया है। चुनावी जंग में फतेह हासिल करने की तस्वीर भी लगभग साफ हो गई है। हालांकि वक्त बताएगा कि दोनों सीटों पर कौन किसे पटखनी देगा। उधर, जनता के बीच जाकर सभी अपने को हिमायती बताने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। कुछ विकास की बात तो अधिकतर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की चुनावी जंग चल रही है।
आजमगढ़ (सदर) संसदीय क्षेत्र पर बसपा से गठबंधन के बाद खाते में मिली सीट पर गुरुवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया। उमड़े जनसैलाब के साथ चुनावी सभा में अपनी मंशा भी साफ कर दी। हालांकि उनके सामने सपा संरक्षक और पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत बचाने की भी चुनौती है। साथ ही पूर्वांचल की सीटों को भी पार्टी के पक्ष में करने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर होगी। उधर, भाजपा से कभी सपा मुखिया द्वारा यश भारती पुरस्कार से सम्मानित भोजपुरी सिने स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्रनाथ पांडेय और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान की अगुवाई में सपा मुखिया के खिलाफ 20 अप्रैल को नामांकन करेंगे। इसके पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी सगड़ी के अजमतगढ़ में चुनावी सभा में ललकार चुके हैं। जबकि लालगंज (सु.) सीट पर गुरुवार को गठबंधन से बसपा उम्मीदवार संगीता आजाद और कांग्रेस से पंकज मोहन सोनकर ने भी पर्चा दाखिल कर दिया है। जबकि वर्तमान सांसद नीलम सोनकर भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री की अगुवाई में शनिवार को पर्चा दाखिल करेंगी। दोनों संसदीय सीटों पर राज्यीय और निर्दल प्रत्याशी भी ताल ठोकने को तैयार हैं।