विटामिन सी व डी पर्याप्त, आइवर मेक्टिन का टोटा

जागरण संवाददाता आजमगढ़ किसी भी बीमारी ने अगर पांव पसारा तो दवाओं की मांग बढ़ना लाजिमी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 12:57 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 12:57 AM (IST)
विटामिन सी व डी पर्याप्त, आइवर मेक्टिन का टोटा
विटामिन सी व डी पर्याप्त, आइवर मेक्टिन का टोटा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : किसी भी बीमारी ने अगर पांव पसारा तो दवाओं की मांग बढ़ना लाजिमी है। कोरोना काल में भी कुछ इसी तरह की स्थिति सामने आ रही है। विटामिन सी और डी तो हर दुकान पर उपलब्ध है लेकिन कई दवाओं का बाजार में टोटा है। दवा के बड़े कारोबारी बताते हैं कि चिकित्सक इस समय सबसे ज्यादा आइवर मेक्टिन 12 खाने की सलाह दे रहे हैं। यह दवा आमतौर पर बॉडी में किसी प्रकार के कीटाणु को नष्ट करने के लिए होती है लेकिन इसकी स्थिति बाजार में यह है कि सौ में 30 ही लोगों को उपलब्ध हो पा रही है। यही हाल फेवी फ्लू टेबलेट का है। हालांकि, अभी जिले के डॉक्टर इसे बहुत कम लिख रहे हैं। फिर भी इसकी मांग बढ़ी है। कारोबारी से लेकर अधिकारी तक कमी के पीछे जमाखोरी मान रहे हैं।

रहा सवाल रेमडेसिविर इंजेक्शन का तो इसका अलग नियम है। इसे बनाने वाली कंपनियां सीधे उस अस्पताल को सप्लाई देती हैं जो कोविड अस्पताल हैं। इसलिए बाजार में इसके मिलने और न मिलने की बात करना उचित नहीं है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए इस समय डॉक्टर जिकोविट टैबलेट भी लिख रहे हैं लेकिन यह भी बहुत मुश्किल से मिल रहा है। बोले दवा व्यापारी बाहर के डॉक्टर लिख रहे फेवी फ्लू

आजमगढ़ : शहर के बड़े दवा कारोबारी मेडिसिन मार्ट के सुधीर अग्रवाल ने बताया कि दवाओं की कमी नहीं है। ऑनलाइन मरीजों को बड़े महानगरों के डॉटर फेवी फ्लू लिख दे रहे, इसलिए यह दवा नहीं मिल पा रही है। जिले के डॉक्टरों की पर्ची पर अभी इस दवा को नहीं लिखा जा रहा है। बाकी दवाएं पर्याप्त हैं।

ज्योति मेडिकल हाल के संचालक विकास गुप्ता कहते हैं कि एहतियात के तौर पर डॉक्टर आइवर मेक्टिन टेबलेट खाने की सलाह दे रहे हैं। यह शरीर के किसी हिस्से के कीटाणु को नष्ट करती है। मांग के सापेक्ष इसकी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसा नहीं है कि बाजार में इसकी कमी है, बल्कि कुछ लोग दबाकर बैठे हैं।

------------------------

जमाखोरी करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : डीआइ

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अभी तक जिले में किसी दवा की किल्लत की शिकायत सामने नहीं आई है। दवा बाजार में नहीं मिल रही है तो इसके पीछे जमाखोरी कारण हो सकती है। इस तरह की शिकायत मिलने पर जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संकट के दौर में इलाज अथवा बचाव के लिए दी जाने वाली दवा को डंप करना बड़ा अपराध है। अगर कहीं किसी को कोई दवा नहीं मिल रही है तो वह हमसे संपर्क कर सकता है। मोबाइल नंबर-8318135325

chat bot
आपका साथी