गांव के बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन तार-तार

जागरण टीम शहर में दुकानें भी समय से बंद हो रही हैं और खरीदारों की भीड़ भी कम दिख

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 04:34 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:32 PM (IST)
गांव के बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन तार-तार
गांव के बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन तार-तार

जागरण टीम, शहर में दुकानें भी समय से बंद हो रही हैं और खरीदारों की भीड़ भी कम दिख रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की बाजारों में कोरोना गाइडलाइन का पालन कराना प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है। समय के बाद दुकानें भी खुल रही हैं और उस पर भीड़ भी हो रही है। दुकानों के खुलने के सीमित समय के कारण भी हर कोई परेशान है और उसी समय सीमा के अंदर ज्यादा लोगों के बाजार आने से भीड़ भी बढ़ जा रही है। भीड़ देख लगता है कि हर कोई कोरोना के खौफ से बेखबर होकर अपनी जरूरतों को महत्व दे रहा है।

अतरौलिया : दूध, सब्जी जैसी जरूरी सामानों के अलावा अन्य दुकानें भी बाजार में खुल रही हैं, लेकिन उन्हें रोकने की दिशा में प्रशासनिक सख्ती नहीं दिख रही है। देर शाम तक दुकान पर भीड़ देखी जा सकती है। कोरोना गाइडलाइन का भी किसी को ध्यान नहीं है। कुछ दुकानों के खुलने से ग्रामीण इलाकों से लोगों का आवागमन भी जारी रहता है। बांसगांव, मदियापार, बब्बर चौक, पटेल तिराहा, नंदना आदि बाजारों में सब्जी की दुकानों पर भीड़ लगाए लोग यह भी नहीं सोच रहे कि भीड़ में कोई संक्रमित भी हो सकता है। वहीं अतरौलिया थाने के प्रभारी निरीक्षक पंकज पांडेय का कहना है कि अभियान चलाकर बंदी का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।

निजामाबाद : बंदी के आदेश के बाद भी स्थिति यह है कि रोजमर्रा का सामान लेने वालों की कस्बे में भीड़ उमड़ी रही है। लोगो के अंदर न तो करोना का डर है और न ही दुकानदारों द्वारा नियमों का पालन हो रहा है। कस्बे की दुकानों पर इतनी भीड़ लग रही है कि देखने वालों की सांसे रुक जा रही हैं। लोग यही कह रहे हैं कि जिस कोरोना का शिकार होने के बाद अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है,स कोरोना का खौफ लगता है लोगों में नहीं है। जो स्थिति दिख रही है उसमें संक्रमण को फैलने से रोकना मुश्किल हो जाएगा।

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