सवा दो लाख हेक्टेयर खेत में लहलहाएगी धान की फसल

जागरण संवाददाताआजमगढ़ मानसून ने दस्तक दे दी है। इसी के साथ खरीफ की मुख्य फसल धान की रोप

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:18 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 05:18 PM (IST)
सवा दो लाख हेक्टेयर खेत में लहलहाएगी धान की फसल
सवा दो लाख हेक्टेयर खेत में लहलहाएगी धान की फसल

जागरण संवाददाता,आजमगढ़: मानसून ने दस्तक दे दी है। इसी के साथ खरीफ की मुख्य फसल धान की रोपाई और बोआई तेज हो गई है। इस बार जिले के दो लाख, 14 हजार, 397 हेक्टेयर खेतों में धान की फसल लहलहाएगी। कृषि विभाग भी अन्नदाताओं को बीज व उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए तैयारी कर ली है।

खरीफ में मुख्य रूप से जिले में 92 फीसद धान की खेती होती हैं। इस बार खरीफ की फसलों के आच्छादित करने को कुल क्षेत्रफल दो लाख, 30 हजार, 709 हेक्टेयर है। जिसमें दो लाख, 14 हजार, 397 हेक्टेयर में धान की फसल का लक्ष्य है। शेष में मक्का, ज्वार,बाजरा,मूंगफली,अरहर व उर्द है। धान की फसल के उत्पादन का लक्ष्य पांच लाख, 30 हजार, 932 एमटी और उत्पादकता 24.76 क्विटल प्रति हेक्टेयर है। किसानों की रुझान को देखते हुए इस बार लक्ष्य अधिक हो गया है। पिछले खरीफ सीजन में दो लाख, 12 हजार, 305 हेक्टेयर में पांच लाख, 12 हजार, 282 एमटी उत्पादन और 24.12 क्विटल प्रति हेक्टेयर उत्पादकता का लक्ष्य था।

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50 फीसद अनुदान पर बीज

किसानों की सुविधा के सरकार ने 50 फीसद अनुदान पर धान के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराई है। सभी राजकीय बीज भंडारों पर आधार कार्ड और रकबा के अनुसार अभी भी बीज उपलब्ध है। इस बार 1431 क्विटल धान के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है।

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सीओ-51 धान में अधिक उत्पादकता

सीओ-51 धान में अधिक उत्पादकता है। लेकिन अधिक उपज लेने के लिए किसानों को नर्सरी डालने के 17 से 20 दिन में रोपाई कर देनी होगी। इस प्रजाति के धान की रोपाई समय से कर देने पर प्रति हेक्टेयर 50 से 60 क्विटल उत्पादन होगा।

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किसान सब्जी की भी करें खेती

खरीफ की म़ुख्य फसल धान के अलावा किसान इस समय झमरे पर सब्जी की खेती कर सकते हैं। जिसमें बैगन, लौकी, नेनुआ, करैला आदि शामिल हैं। इन सब्जियों के बीज उद्यान विभाग या फिर पंजीकृत निजी दुकानों पर उपलब्ध है। बीज खरीदते समय किसान ई-पास मशीन से निकली रसीद अवश्य लें।

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उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता

धान की फसल के लिए जिले में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। सहकारी समितियों और निजी पंजीकृत दुकानों पर बोरे पर अंकित मूल्य के अनुसार ही ई-पास मशीन से निकली पर्ची के अनुसार ही भुगतान करें। किसानों को उर्वरक आधार कार्ड और रकबा के अनुसार ही उपलब्ध होगी। खरीद के बाद रसीद लेना नहीं भूलेंगे।

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प्रदर्शन पर 90 फीसद अनुदान पर ढैंचा का बीज

किसानों को खेतों में प्रदर्शन योजना के अंतर्गत 90 फीसद अनुदान पर ढैंचा का बीज उपलब्ध है। यदि सामान्य तौर पर खरीदना चाहते हैं तो 50 फीसद अनुदान पर बीज मिलेगा।

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किसानों की सुविधा के लिए जिले में धान का बीज व उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। विक्रेताओं को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि ई-पास मशीन से ही बिक्री करें। मूल्य का भुगतान लेने के बाद रसीद अवश्य दें। स्टाट रजिस्टर अपडेट रखें, जिससे निरीक्षण के दौरान उसका सत्यापन किया सके। अनियमितता पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चत होगी।

-डा. उमेश कुमार गुप्ता, जिला कृषि अधिकारी।

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