कक्ष निरीक्षकों की कमी से जूझ रहे केंद्र, परिचारक से करा रहे ड्यूटी
जासं, जहानागंज (आजमगढ़) : बोर्ड परीक्षा में केद्रों पर भीड़ उमड़ी तो व्यवस्थाएं बौनी नजर आने लगी। बहुत
जासं, जहानागंज (आजमगढ़) : बोर्ड परीक्षा में केद्रों पर भीड़ उमड़ी तो व्यवस्थाएं बौनी नजर आने लगी। बहुतायत केंद्र कक्ष निरीक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। कारण, ड्यूटी लगने के बाद भी कक्ष निरीक्षक परीक्षा केंद्रों पर नहीं पहुंचे। जिससे केंद्रों पर अव्यवस्थाएं पैदा होने लगी हैं, परीक्षा की शुचिता प्रभावित होने की कगार पर आ खड़ी हुर्ह है। डीआइओएस ने ऐसे अनुपस्थित कक्ष निरीक्षकों के वेतन काटने और विद्यालयों की मान्यता रद्द करने की संस्तुति करने की चेतावनी दी है।
जनपद में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 280 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को सही तरीके से संचालित कराने के लिए कुल 6400 कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकता बताते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्लान बनाया था। बेसिक शिक्षा विभाग, वित्तविहीन व वित्त पोषित विद्यालय के अध्यापकों को कक्ष निरीक्षक बनाते हुए निर्धारित केंद्रों पर पहुंचने के निर्देश दिये। बोर्ड परीक्षा के तीन दिन बीत जाने के बाद भी जिले के कई केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की कमी रही। कायदों मुताबिक एक कक्ष में दो कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी लगनी चाहिए। बावजूइ इसके कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में कई केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों का कार्य स्कूल के परिचारक से कराना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग दो दिनों की परीक्षा के बाद जरुर जागा है। डीआइओएस ने सख्ती का रुख अख्तियार किया, लेकिन उसका कोई असर नजर नहीं आ रहा। व्यवस्थापक परेशान हाल हैं कि आखिर वह कक्ष निरीक्षक कहां से लाएं।