अब केसीसी धारकों के लिए पीएम फसल बीमा योजना अनिवार्य नहीं
आजमगढ़ जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत संचालित है जिसमें खरीफ मौसम में धान अरहर एवं मक्का इस योजना से आच्छादित है। खरीफ फसल में बीमित धनराशि का दो फीसद प्रिमियम किसानों को देना होगा। शेष की धनराशि आधे-आधे केंद्र एवं राज्य सरकार वहन करती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पूर्व में केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) धारक किसानों के लिए अनिवार्य थी लेकिन इस खरीफ सत्र से इस योजना को संशोधित करते हुए इसे स्वैच्छिक कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत संचालित है, जिसमें खरीफ मौसम में धान, अरहर एवं मक्का इस योजना से आच्छादित है। खरीफ फसल में बीमित धनराशि का दो फीसद प्रीमियम किसानों को देना होगा। शेष धनराशि आधा-आधा केंद्र एवं राज्य सरकार वहन करती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पूर्व में केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) धारक किसानों के लिए अनिवार्य थी, लेकिन इस खरीफ सत्र से इस योजना को संशोधित करते हुए इसे स्वैच्छिक कर दिया गया है।
जिला कृषि अधिकारी डा. उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि फसली ऋण लेने वाले ऋणी किसान यदि अपनी फसल का बीमा नहीं कराना चाहते हैं तो बैंक शाखा स्तर पर जहां से उनको फसली ऋण की सुविधा प्राप्त हो वहां 24 जुलाई तक अनिवार्य रूप से लिखित रूप में प्रार्थना पत्र दें कि मुझे अपनी फसल का बीमा नहीं कराना है। मेरे खाते से प्रीमियम की कटौती न की जाए, अन्यथा किसान के खाते से बैंक द्वारा प्रीमियम का पैसा काट लिया जाएगा। जो किसान केसीसी धारक नहीं हैं और वे अपनी फसल का बीमा कराना चाहते हैं, तो ऐसे किसान अपना बैंक पासबुक, आधार कार्ड, खसरा-खतौनी, घोषणा पत्र आदि अभिलेखों की छायाप्रति के साथ अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र या अपने बैंक शाखा पर उपस्थित होकर प्रीमियम की धनराशि अदा कर अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं। जनसेवा केंद्र पर किसान को केवल प्रीमियम की धनराशि ही अदा करनी है। शेष कोई अन्य धनराशि नहीं देनी है।
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आच्छादित फसलों का प्रीमियम
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल धान, मक्का व अरहर की बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक निर्धारित की गई है। खरीफ 2020 अंतर्गत आच्छादित फसलों की प्रीमियम की धनराशि:---
-धान.........1072.00 रुपये प्रति हेक्टेयर।
-अरहर....... 542.00 रुपये प्रति हेक्टेयर।
-मक्का.......613.00 रुपये प्रति हेक्टेयर।