पद कोई भी रहा पर क्षेत्र को नहीं भूले रामनरेश

= आयोजन -पैतृक गांव आंधीपुर में सादगी से मनाई गई पूर्व मुख्यमंत्री की जयंती -बालिका शिक्षा क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 05:28 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 05:28 PM (IST)
पद कोई भी रहा पर क्षेत्र को नहीं भूले रामनरेश
पद कोई भी रहा पर क्षेत्र को नहीं भूले रामनरेश

= आयोजन

-पैतृक गांव आंधीपुर में सादगी से मनाई गई पूर्व मुख्यमंत्री की जयंती

-बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कराई विद्यालय की स्थापना जागरण संवाददाता, अंबारी (आजमगढ़): प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल की 93वीं जयंती उनके पैतृक आवास आंधीपुर के साथ कई जगहों पर सादगी के साथ मनाई गई। आंधीपुर गांव में कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। वक्ताओं ने कहा अपनी सादगी और ईमानदारी के कारण ही उन्हें पूर्वांचल का गांधी कहा जाता था। उन्होंने क्षेत्र के साथ ही जनपद का नाम रोशन किया। वकालत के साथ राजनीति करते हुए 1977 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, तो 2011 में मध्यप्रदेश के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी दी गई। वे किसी भी पद पर रहे हों, लेकिन अपने क्षेत्र को नहीं भूले। सड़कों, पुलों के साथ बालिकाओं की शिक्षा के लिए बालिका इंटर कालेज के साथ ही महिला महाविद्यालय की स्थापना अंबारी में कराई। आज वे भले नहीं हैं, लेकिन उनके कार्य दिखाई दे रहे हैं। अध्यक्षता राम सरेख यादव व संचालन स्व. यादव के छोटे भाई डा. सुरेश यादव ने किया। जनता इंटर कालेज अंबारी में शिक्षकों ने रामनरेश के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। प्रधानाचार्य हरेंद्र प्रताप सिंह, परशुराम यादव, इंद्रसेन यादव, कवलजीत सिंह, संजय पटेल, विजय बहादुर, रविन्द्र यादव, आशुतोष विक्रम आदि रहे। उधर शहर के सिविल लाइन स्थित प्रदीप वर्मा के आवास पर मुन्नू यादव, चंद्रपाल सिंह यादव, श्यामदेव आदि ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किया।

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