वैदिक धर्म में होती है प्रकृति की पूजा

जागरण संवाददाता अंबारी (आजमगढ़) फूलपुर तहसील के गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत विभाग की ओर से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय संस्कृति एवं साहित्य पर आधारित पर्यावरण स्वच्छता और स्वास्थ्य विषय पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा इलाहाबाद प्रो. एचपी सिंह इलाहाबाद विवि के प्रोफेसर डा. उमाकांत यादव महाविद्यालय के प्राचार्य आरआर यादव फिल्म पटकथा लेखक इम्तियाज और डा. जय सिंह ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 06:56 PM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 06:01 AM (IST)
वैदिक धर्म में होती है प्रकृति की पूजा
वैदिक धर्म में होती है प्रकृति की पूजा

जागरण संवाददाता, अंबारी (आजमगढ़) : फूलपुर तहसील के गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत विभाग की ओर से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय संस्कृति एवं साहित्य पर आधारित पर्यावरण, स्वच्छता और स्वास्थ्य विषय पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा इलाहाबाद प्रो. एचपी सिंह, इलाहाबाद विवि के प्रोफेसर डा. उमाकांत यादव, महाविद्यालय के प्राचार्य आरआर यादव, फिल्म पटकथा लेखक इम्तियाज और डा. जय सिंह ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण कर किया।

मुख्य अतिथि एचपी सिंह ने पुस्तक अभिज्ञान का विमोचन करने के बाद कहा कि हमारे वैदिक धर्म में प्रकृति की पूजा बताई गई है। भारतीय संस्कृति और साहित्य में प्रकृति और पर्यावरण के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें स्वच्छ और स्वस्थ रहने के लिए सर्वप्रथम पर्यावरण पर ध्यान देना होगा।

इलाहाबाद विवि के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. डा. उमाकांत यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं साहित्य सभी लोगों के लिए धरोहर है। पर्यावरण से स्वच्छता जुड़ी है और स्वच्छता से स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। इसलिए पर्यावरण जब स्वच्छ रहेगा तो स्वास्थ्य अपने आप सही रहेगा।

डा. जय सिंह ने कहा भारतीय संस्कृति में चिर काल से पर्यावरण की स्वच्छता के बारे अनेकों उपाय सुझाए गए हैं। मशहूर फिल्म पटकथा लेखक इम्तियाज हुसैन ने भी भारतीय संस्कृति, साहित्य, पर्यावरण, स्वच्छता और स्वास्थ्य विषय पर व्याख्यान दिया।

अध्यक्षता एवं स्वागत प्राचार्य आरआर यादव एवं संचालन डा. उदयभान ने किया। डा. नन्दलाल चौरसिया, डा. अनूप पांडेय, राजेश यादव, अजरा, डा. दीपा वर्मा, डा. अरुण प्रताप यादव, डा. अनिल यादव, डा. पूजा पल्लवी, डा. सूर्य प्रकाश आदि ने भी व्याख्या दिया।

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