जर्जर पुल से आवाजाही, जोखिम में ग्रामीणों की जान

जागरण संवाददाता आजमगढ़ जर्जर पुल से दर्जनों गांवों के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर आवा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:59 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:59 PM (IST)
जर्जर पुल से आवाजाही, जोखिम में ग्रामीणों की जान
जर्जर पुल से आवाजाही, जोखिम में ग्रामीणों की जान

जागरण संवाददाता आजमगढ़ : जर्जर पुल से दर्जनों गांवों के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही को विवश हैं। सेतु निगम के परियोजना प्रबंध की पड़ताल में पुल जर्जर पाए जाने के बावजूद उसे बनवाने की सुधि नहीं ली गई। महाराणा प्रताप सेना समिति के डीएम से जर्जर पुल की दुश्वारियां बताने पर परियोजना प्रबंधक जांच को पहुंचे थे। उसके बाद जनता में उम्मीद जगी थी, जो अब धूलधुसरित होने लगी है।

मेंहनगर तहसील क्षेत्र के देवकली अंतरगत रामघाट कुटी के निकट मंगई नदी पर आजादी से पूर्व पुल बना था। बढ़ती आबादी के बीच उस पुल से दर्जनों गांव के लोगों की आवाजाही होती है। गुजरते वक्त के बीच पुल अब जर्जर हो चला है। उससे गुजरने के दौरान लोग कांप उठते हैं। लेकिन मजबूरी में लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही को मजबूर हैं। महाराणा प्रताप सेना समिति के प्रबंधक विजेंद्र सिंह ने एक माह पूर्व जर्जर पुल को बनवाने की मांग उठाई थी। उन्होंने जिलाधिकारी राजेश कुमार से मिलकर लोगों की दुश्वारियों से अवगत कराते हुए हादसे की आशंका भी जताई थी। डीएम ने संज्ञान लिया तो सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक एनके तिवारी की टीम मौके पर पहुंचकर जर्जर पुल का निरीक्षण की थी। विशेषज्ञों ने पाया था कि पुल काफी जर्जर हो चुका है। उसके बाद अधिशासी अभियंता लोक निर्माण खंड पांच को आंख्या भेज प्रस्तावित स्थल पर भौगोलिक स्थिति के अनुसार लघु सेतु निर्माण की जरूरत बताई गई थी। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि लघु सेतु उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के दायरे में नहीं आता है। जिसके बाद जर्जर पुल के स्थान पर नए पुल का निर्माण की उम्मीद ठंडे बस्ते में जा पहुंची। महाराणा प्रताप सेना समिति के प्रबंधक विजेंद्र सिंह और निर्मल दास, सत्य प्रकाश सिंह, संजय चौहान, हरिशंकर पाण्डेय और राधेश्याम आदि ने शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए नये पुल निर्माण की मांग की है ।

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इन गांवों के हजारों लोगों की होती आवाजाही

मेंहनगर के गुरेहथा, खरगपुर, हरिपुर ,मेनी पुर, भगवतपुर, देवकली ,जगदीशपुर ,रायपुर पट्टी, बीरपुर ,मोलिया, रघुनाथपुर, सराय त्रिलोचन, खजुरा फुलाइज, रस्तीपुर ,मानपुर, शिवरामपुर गांव के अलावा ब्लाक के लोगों भी आते जाते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक रोजाना एक हजार लोग व पांच सौ बाइकर्स व साइकिल सवार उधर से गुजरते हैं।

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