कई वर्ष से एक सीएचसी पर तैनात एमओआइसी का होगा स्थानांतरण
-प्रशासन सख्त -स्थानांतरण न करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को आरोप पत्र जारी करने की चेत
-प्रशासन सख्त :::
-स्थानांतरण न करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को आरोप पत्र जारी करने की चेतावनी
-बलिया में गोल्डेन कार्ड बनाने व उपयोग करने की प्रगति अत्यंत कम
-तीनों जिलों के डीएम को मानीटरिग कर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: कमिश्नर विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में मंडलायुक्त समागार में शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमों, कर करेत्तर वसूली एवं अन्य राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी दिनों के पड़ने वाले त्योहारों को देखते हुए साफ सफाई के साथ ही विद्युत आपूर्ति, सड़कों का रख रखाव आदि व्यवस्थाएं सु²ढ़ कर ली जाएं।
आजमगढ़ में अधिकांश सीएचसी पर एक ही एमओआइसी( प्रभारी चिकित्साधिकारी) विगत कई वर्षों से तैनात हैं, जिनका स्थानान्तरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने सीएमओ पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। ऐसे एमओआइसी का तत्काल स्थानांतरण करने के निर्देश दिए। आगाह किया कि यदि स्थानांतरण नहीं किया जाता है तो सीएमओ को आरोप पत्र निर्गत किया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा में बलिया में गोल्डेन कार्ड बनाने प्रगति काफी कम मिली। गोल्डेन कार्ड का उपयोग भी अत्यंत कम हो रहा है। बलिया के डीएम व सीएमओ को नियमित मानीटरिग कर कार्ड बनाने की प्रगति अपेक्षानुसार लाने औरन कार्ड धारकों को उसके उपयोग के प्रति जागरुक कराने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने डीएम आजमगढ़, मऊ एवं बलिया को निर्देश दिया कि अपने-अपने जिलों के जिला चिकित्सालय में स्थापित उपकरणों के क्रियाशील होने, खराब होने के साथ ही चिकित्सालय की सक्रियता की समीक्षा करें जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षित सुधार हो सके। यह भी कहा कि धान खरीद सत्र की सभी तैयारियां पहले से मुकम्मल कर लें। निर्देश दिया कि जाड़े का मौसम शुरू होने से पहले ही गोवंश आश्रय स्थलों में पशुओं को ठंड से बचाव का भी पूरा बंदोबस्त कर लिया जाए। तीनों जिलों के डीपीआरओ निर्देशित किया कि तैयार पंचायत भवन संचालित करने के निर्देश दिए। सामुदायिक शौचालय, मनरेगा, सामाजिक वनीकरण, आइजीआरएस, सामूहिक विवाह योजना, पेंशन योजना आदि की भी विस्तार से समीक्षा की। डीएम आजमगढ़ राजेश कुमार, मऊ अमित सिंह बंसल व बलिया अदिति सिंह सहित संबंधित मंडलीय व जिला स्तरीय अधिकारी थे।