छोटी सरजू पर बना बांध क्षतिग्रस्त होने से कई गांव जलमग्न

छोटी सरजू पर बना बांध क्षतिग्रस्त होने से कई गांव जलमग्न

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:02 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 11:02 PM (IST)
छोटी सरजू पर बना बांध क्षतिग्रस्त होने से कई गांव जलमग्न
छोटी सरजू पर बना बांध क्षतिग्रस्त होने से कई गांव जलमग्न

जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : बाढ़ खंड की तैयारियों के सारे दावे बांध टूटने के साथ छोटी सरयू (बदरहुआ नाले) की धारा में बहते नजर आए, जब सहनूपुर के पास रविवार की रात दो बजे बांध टूट गया। इससे तहसील क्षेत्र के सहनूपुर, बनकटिया, सोहराभार, माफी, पिपरई, टेकनपुर, बरामदपुर आदि 10 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए। लगभग 20 हजार की आबादी रक्षाबंधन जैसे पर्व पर परेशान हो उठी। घरों में पानी घुसने से अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह से लोगों ने इधर-उधर भागकर खुद को सुरक्षित किया।

सूचना पर सुबह पहुंचे बाढ़ खंड के अधिकारी भी तमाशबीन से ज्यादा कुछ नहीं कर सके। कारण कि मौके पर बांध को बांधने का कोई इंतजाम ही नहीं था। यहां तक कि मिट्टी और बालू भरी बोरियों की भी व्यवस्था नहीं की गई थी। ग्रामीणों से लेकर अफसरों तक ने पहले से तैयारी न करने को लेकर बाढ़ खंड के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई।

मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी राजेश कुमार, एडीएम (वि/रा) गुरु प्रसाद गुप्त भी बांध टूटने की जानकारी पर मौके पर पहुंच गए।

बाढ़ खंड के एसडीओ तारिक और अवर अभियंता विजय जासवाल ने आनन-फानन मिट्टी और बालू लदी लगभग पांच सौ बोरियों को ट्रैक्टर ट्राली से मंगवाया लेकिन त्योहार के कारण मजदूरों की समस्या आड़े आ रही थी। जैसे-तैसे बांध की मरम्मत का काम शुरू हो सका। उससे पहले ग्रामीण अपने स्तर से बांस-बल्ली लगाकर पानी की धारा को बांधने का प्रयास कर रहे था। ग्रामीणों का आरोप था कि बांध में दो दिनों से रिसाव हो रहा था। हर आने वाले अधिकारी से कहा जा रहा था लेकिन समय रहते किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर पहले ही इसकी मरम्मत पर ध्यान दिया गया होता तो इस संकट को टाला जा सकता था।

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