..तो मानसून की बारिश में डूब जाएंगे शहर के निचले इलाके

15 जून से पहले मानसून की बारिश ने दस्तक दे दी है लेकिन शहर के नालों की साफ-सफाई अभी भी सुनिश्चित नहीं हो सकी है। अधिकांश नालों की तो कई वर्षों से सफाई नहीं हुई है। निचले इलाकों में जलजमाव बना है। लेकिन यह तो तय है कि यदि दो-तीन दिनों में नालों की सफाई नहीं हुई तो बारिश के पानी से डूबने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 06:04 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 06:04 PM (IST)
..तो मानसून की बारिश में डूब जाएंगे शहर के निचले इलाके
..तो मानसून की बारिश में डूब जाएंगे शहर के निचले इलाके

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : 15 जून से पहले मानसून की बारिश ने दस्तक दे दी है लेकिन शहर के नालों की साफ-सफाई अभी भी सुनिश्चित नहीं हो सकी है। अधिकांश नालों की तो कई वर्षों से सफाई नहीं हुई है। निचले इलाकों में जलजमाव बना है। लेकिन यह तो तय है कि यदि दो-तीन दिनों में नालों की सफाई नहीं हुई तो बारिश के पानी से डूबने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

शासन के निर्देश पर बारिश से पूर्व शहरी क्षेत्र के नालों व नालियों की सफाई के लिए अभी नगर पालिका प्रशासन को मानसून का इंतजार है। एक तो कूड़े-कचरे से पटे नाले-नाली सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। सफाई के लिए नालों का सर्वे हो चुका है, लेकिन टेंडर के बजाय नियमित सफाईकर्मियों से नालों की सफाई का दावा किया जा रहा है। हालांकि हकीकत इसे परे है। शहर के 25 वार्डों में 12,275 मीटर नाला व नाली का निर्माण हुआ है। इसमें प्रमुख रूप से बड़े नालों की संख्या लगभग 16 है। नालों की सिल्ट साफ-सफाई का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक ऐसा संभव नहीं हो सका है। तैयार किया जा रहा है। विभागीय कर्मचारियों की मानें तो अभी मानसून 15 जून तक आएगा। इसके पूर्व शहर के सभी नालों व नालियों की सफाई करा दी जाएगी।

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25

वार्ड हैं कुल शहर में

12,275

मीटर है नाली-नाले

35

सफाई के योग्य नाले

16

प्रमुख बड़े नाले

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वर्जन--

शहर में सर्वे कराकर नगर पालिका परिषद के ही सफाईकर्मियों से नालों की सफाई कराई जा रही है। बारिश से पूर्व नालों की सफाई पूरी करा ली जाएगी। यदि कहीं कोई समस्या है तो उसे भी दूर करा लिया जाएगा।

-वागीश कुमार शुक्ला, एसडीएम सदर व प्रभारी ईओ नगर पालिका परिषद।

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