कोरोना की दुश्वारियों में खुशियों का तड़का
- बंदी - प्रतिष्ठान बंद होने से अधिकतर लोगों ने उठाया आइपीएल का लुत्फ - लोगों ने निबटाए घर
- बंदी
- प्रतिष्ठान बंद होने से अधिकतर लोगों ने उठाया आइपीएल का लुत्फ
- लोगों ने निबटाए घरेलू काम, एक छत के नीचे दिन मुस्कुराते हुए बीता
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : कोविड-19 की दुश्वारियों से जूझ रहे अधिकतर लोगों के लिए रविवार का दिन राहत देने वाला रहा। अधिकतर परिवारों में लॉकडाउन ने खुशियों का तड़का लगाया। एक छत के नीचे पूरा दिन बिताने का अवसर मिला तो लोगों ने टीवी का लुत्फ उठाया। बहुतेरे परिवारों ने विभिन्न तरह के व्यंजन बनाए तो कइयों ने होली पर्व के बचे चिप्स- पापड़ के आनंद उठाए।
कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए सरकार ने रविवार को लॉकडाउन लगाया था। मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा एक दिन पूर्व की कर दी थी। ऐसे में व्यापारियों, निजी कंपनी में नौकरी करने वालों ने पहले से तैयारियां कर रखी थीं। चौक निवासी राधेमोहन गोयल के घर में बच्चों ने आइपीएल का लुत्फ उठाया। बच्चे ही क्यों बड़ों ने भी उनके साथ बंदी का आनंद लिया। आजमगढ़ विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता एसके सत्येन ने कहाकि आज स्वजनों के करीब रहना अच्छा लगा। लॉकडाउन की दिशा में बढ़े कदम से कोरोना संक्रमण का चेन जरूर टूटेगा। कारोबारी अभिषेक जायसवाल दीनू ने कहा कि घर को सैनिटाइज कराया हूं। लॉकडाउन का उद्देश्य कोरोना के चेन को तोड़ना है। इसे जमीन पर उतारने को हमने बच्चों को बताया कि कोरोना काल में हमें कैसे रहना है। इजूशा डायमंड ज्वेलर्स के मालिक प्रकाश सेठ ने बताया कि पूरा दिन घर में ही बीता है। घरेलू काम खुद से निबटाने में अलग आनंद की अनुभूति हुई है। कोरोना को हराने के लिए सरकार कोई भी कदम उठाएगी तो व्यापारी वर्ग साथ देगा।