कई गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ में डूबे
सरयू - गांवों में फिर पहुंचा नदी का पानी नाव बनी सहारा - बगहवा और गांगेपुर रिग बांध पर
सरयू
- गांवों में फिर पहुंचा नदी का पानी, नाव बनी सहारा
- बगहवा और गांगेपुर रिग बांध पर बढ़ा कटान का खतरा
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): पिछले एक माह से देवारा क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी जमा है। संपर्क मार्गों पर भी लबालब पानी भरा हुआ है। सितंबर के शुरुआती दिनों में नदी का जलस्तर तेजी से खिसक रहा था, लेकिन लौटती धारा में कई गांव के संपर्क मार्ग बह गए हैं। आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है।शनिवार से नदी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा तो इन मार्गों पर पुन: पानी भर गया है। इसके चलते ग्रामीणों का आवागमन नाव के सहारे ही हो रहा है।कई गांव के छात्र भी अपना जान जोखिम में डालकर नाव से ही पढ़ने जा रहे हैं। मंगलवार से एक बार फिर नदी घटने लगी, लेकिन देवारा के लोगों की परेशानियों में कोई कमी नहीं आ रही है।
सरयू नदी जून महीने से ही कभी उफान पर, तो कभी घट रही है।जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच देवारा क्षेत्र के लोगों की दुश्वारियां लगातार बढ़ रही हैं। बगहवा, वासु का पूरा, अचल नगर, हाजीपुर, पांडेय का पूरा, साधु का पूरा, अभनपट्टी, शाहडीह आदि गांवों में बाढ़ का पानी जमा हो गया है।गांगेपुर में कटान तेज होने से रिग बांध का अस्तिव खतरे में हैं, तो वहीं संक्रामक बीमारियों ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है।
सरयू नदी का जलस्तर सोमवार को डिघिया नाले पर 70.86 मीटर था जो मंगलवार को घटकर 70.83 मीटर पर पहुंच गया।बदरहुआ नाले पर नदी का जलस्तर बुधवार को 71.52 मीटर पर था, जो तीन सेंटीमीटर घटकर 71.49 मीटर दर्ज किया गया। लखनऊ-बलिया मुख्य मार्ग जलमग्न
सरायमीर (आजमगढ़): सरायमीर कस्बे में लखनऊ-बलिया मार्ग पर लगने वाले जलजमाव के समाधान के लिए नगर पंचायत ने नाला का निर्माण कराया गया है। अधिकारियों की मंशा थी कि बरसात का पानी में नराले के जरिए निकल जाएगा। लेकिन उसके बावजूद जल निकासी की समस्या का समाधान नहीं हुआ। हल्की सी बरसात में ही पूरा रोड जलमग्न हो जाता है। जिससे दुकानदारों सहित राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।सबसे अधिक समस्या छात्र छत्राओं को पानी में से ही गुजरना पड़ रहा है। नगरवासियों ने जल निकासी की व्यवस्था कराए जाने की मांग नगर पंचायत प्रशासन से की है।