तापमान के साथ बढ़ी आर्द्रता ने रोकी राहत की राह
जागरण संवाददाता आजमगढ़ धूप निकलने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल रही है। सुबह 11 ब
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : धूप निकलने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल रही है। सुबह 11 बजे भगवान भास्कर ने दर्शन तो दिया लेकिन पछुआ हवा के कारण धूप बेदम साबित हुई। कभी धूप तो कभी आसमान में बादल अभी भी लोगों पर भारी पड़ रही है। हवा के कारण दिन भर लोग कांपते रहे। हालांकि, सोमवार को तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि तो हुई लेकिन उसके साथ आर्द्रता में भी इजाफा के कारण राहत नहीं मिल सकी।
अभी भी सुबह-शाम कंपकंपी छूट रही है। बंद कमरे में बैठकर काम करने वालों को धूप का भी आनंद नहीं मिल पा रहा है। सोमवार को शाम होने के साथ आसमान में कोहरा अभी भी इतना गहरा हो जा रहा है कि वाहनों की गति मंद पड़ जा रही है। दोपहिया वाहनों से यात्रा काफी मुश्किल हो जा रही है। मौसम का रुख देख शाम होते ही लोग घरों में कैद हो गए। वहीं देर रात तक घर लौटने वाले रास्ते में अलाव देखकर राहत के लिए रुक जा रहे थे। रात के नौ बजने के बाद सड़कों पर सन्नाटा जैसी स्थिति नजर आने लगी। ठंड की वजह से ठेला चालक व आम जन ठिठुरते दिखाई दे रहे थे। सोमवार को अधिकतम 20 व न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। आर्द्रता 67 फीसद व पछुआ हवा की रफ्तार तीन से पांच किमी प्रति घंटे रही। एक दिन पहले रविवार को अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। हवा की रफ्तार दो से छह किमी तो आर्द्रता 66 फीसद रही। यानी तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि तो हुई लेकिन साथ में आर्द्रता भी बढ़ने से राहत नहीं मिल सकी।