चिकित्सकों ने काली पट्टी बांध जताया विरोध
- आक्रोश - चिकित्सकों पर हो रहे हमले को लेकर तमतमाया था सबका चेहरा -एक सप्ताह पूव
- आक्रोश
- चिकित्सकों पर हो रहे हमले को लेकर तमतमाया था सबका चेहरा
-एक सप्ताह पूर्व डाक्टरों ने दी थी चेतावनी, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : डाक्टरों पर देश में हो रहे हमले से नाराज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांध विरोध जताया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंप सुरक्षा की मांग उठाई। कई प्रांतों में सिलसिलेवार चिकित्सकों पर हुए हमले की घटना के बाद डाक्टरों उबाल है। ज्ञापन देने से पूर्व डाक्टरों ने आइएमए भवन पर प्रदर्शन किया।
अध्यक्ष डा. डीपी राय ने कहा कि चिकित्सकों की सुरक्षा व उनके ऊपर हो रहे हमलों को अनदेखी किये जाने के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन दिवस मनाया जा रहा है। कहा कि आईएमए उन सभी 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी शहादत दी है। आइएमए सचिव डा. खालिद ने कहाकि पिछले दो सप्ताह के अंदर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक डाक्टरों पर हिसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। आइएमए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हम उनसे केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आइपीसी की धारा और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल करने की अपील करते हैं। चिकित्सकों ने अस्पतालों की सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने, दोषियों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में सुनवाई और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रावधान की मांग उठाई। कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।