ब्लैक फंगस है तो आएं मेडिकल कालेज

- होगा इलाज - स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया भर्ती मरीज -बीमारी से निपटने को विशेषज्ञो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 07:49 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:49 PM (IST)
ब्लैक फंगस है तो आएं मेडिकल कालेज
ब्लैक फंगस है तो आएं मेडिकल कालेज

- होगा इलाज

- स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया भर्ती मरीज

-बीमारी से निपटने को विशेषज्ञों की टीम है तैयार

जागरण संवाददाता, चक्रपानपुर (आजमगढ़): कोरोना के बाद ब्लैक फंगस ने सभी की चिता बढ़ा दी है, लेकिन इस जिले में इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कारण कि राजकीय मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने बीमारी की काट खोज ली है।

मेडिकल कालेज में भर्ती ब्लैक फंगस का 38 वर्षीय मरीज श्याम नरायन अब पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए हैं। इससे राजकीय मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस से निपटने को तैयार टीम का हौसला भी बढ़ा है।

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कोरोना से मुक्त होने के बाद हुई नई बीमारी

चक्रपानपुर : अतरौलिया निवासी श्याम नरायन को कोरोना संक्रमित होने के कारण जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया। सात जून को मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आठ जून को पोस्ट कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। पोस्ट कोविड वार्ड में ब्लैक फंगस का लक्षण होने के कारण उन्हें संबंधित वार्ड में भेज दिया गया। ब्लैक फंगस का मरीज होने के कारण मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया। परिणाम यह है कि श्याम नरायन अब स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।

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विशेषज्ञों की टीम में शामिल डाक्टर :::

चक्रपानपुर : ब्लैक फंगस गले से ऊपर के अंगों को प्रभावित करता है। यही कारण है कि इसके इलाज के लिए आंख के साथ नाक, कान, गला के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम तैयार की जाती है। नोडल अधिकारी डाक्टर दीपक पांडेय ने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के बने 20 बेड के वार्ड में आंख के एचओडी डाक्टर मोहम्मद अरशद के साथ डाक्टर अंकित राज, गौरव अग्रवाल की टीम तैनात है, तो वहीं नाक, कान, गला विभाग के एचओडी एमके गुप्ता के साथ अमित चड्ढा, आशुतोष तथा राजश्री की टीम लगी है।

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