मैं नालायक लड़का हूं, इसलिए फासी लगा रहा हूं

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By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 12:06 AM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 12:06 AM (IST)
मैं नालायक लड़का हूं, इसलिए फासी लगा रहा हूं
मैं नालायक लड़का हूं, इसलिए फासी लगा रहा हूं

प्रयागराज/आजमगढ़ : शिवकुटी थाना क्षेत्र के स्वराज नगर में किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करने वाले 11वीं कक्षा के छात्र सौरभ कुमार ने फासी लगाकर जान दे दी। मंगलवार की देर रात उसका शव अंगोछे के सहारे पंखे से लटका मिला। कमरे से पुलिस को दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। इसमें सौरभ ने लिखा है कि 'मैं नालायक लड़का हूं, दुनिया पर बोझ हूं, इसलिए बोझ कम कर रहा हूं। मैं पूरे होशोहवास में फासी लगा रहा हूं। इसका दोष किसी और को न दिया जाए।' पुलिस के मुताबिक सौरभ आइटीआइ की भी तैयारी कर रहा था। इसी दबाव में उसने जान दे दी। मूल रूप से आजमगढ़ में भकुही अहिरौला निवासी विक्रम का बेटा सौरभ (17) कर्नलगंज इंटर कालेज में 11वीं कक्षा का छात्र था। शिवकुटी थाना क्षेत्र के स्वराज नगर में वह जय सिंह के मकान में अपने बड़े भाई अभिषेक कुमार और ममेरे भाई विपिन के साथ किराए पर रहता था। अभिषेक टीईटी की परीक्षा देने आजमगढ़ आया था। विपिन भी गाव आया हुआ था। मंगलवार देर रात विपिन लौटा तो दरवाजा बंद मिला। खिड़की से झाकने पर विपिन के होश उड़ गए। सौरभ पंखे से लटक रहा था। खबर पाकर शिवकुटी पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने लॉक तोड़ दरवाजा खोल शव को नीचे उतारा। आलमारी पर दो पेज का सुसाइड नोट रखा था। इसमें सौरभ ने अपना नाम, पता, कालेज और कोचिंग का नाम भी लिखा है। दो बार यह बात भी लिखी है कि मैं खुद से जान दे रहा हूं इसलिए किसी और को परेशान न किया जाए। सौरभ ने यह साफ नहीं किया कि वह किन कारणों से जान दे रहा है। इतना ही लिखा है कि मैं नालायक हूं, बोझ हूं। बोझ कम कर रहा हूं। सौरभ के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। तीन भाई, एक बहन में वह तीसरे नंबर पर था। इंस्पेक्टर शिवकुटी अवधेश प्रताप के मुताबिक संभवत: दबाव की वजह से उसने जान दे दी।

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